आषाढ़ का महीना श्रीहरि भगवान विष्णु को समर्पित है। भगवान नारायण तुलसी का अर्पित किया जाता है। आषाढ़ माह में शुभ फलदायी माना जाता है।
Ashadh Tulsi Puja : आषाढ़ का महीना श्रीहरि भगवान विष्णु को समर्पित है। भगवान नारायण तुलसी का अर्पित किया जाता है। आषाढ़ माह में शुभ फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि इससे सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में देवी लक्ष्मी का वास होता है। एक अन्य मान्यता के अनुसार, आषाढ़ माह में सच्चे मन से तुलसी की पूजा करने से सकारात्मकता जीवन में बनी रहती है। इससे घर गृह क्लेश भी दूर होता है।
घी का दीपक – शाम के समय रोजाना तुलसी की पूजा करें और इस दौरान घी का दीपक जरूर जलाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी जी बेहद प्रसन्न होती हैं और हमेशा घर में वास करती हैं।
दूध – आषाढ़ मास में हर शुक्रवार को तुलसी के पौधे में सुबह कच्चा दूध मिश्रित जल अर्पित करें। ऐसा करने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है और समृद्धि मिलती है।
लाल चुनरी – तुलसी जी को पूजा में लाल चुनरी अर्पित करें। इससे घर में दांपत्य जीवन की समस्याएं दूर होती हैं और पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है।
लाल कलावा – तुलसी के पौधे की पूजा करके उसे लाल कलावा अर्पित करें। फिर उस कलावे को तुलसी के पौधे के चारों ओर लपेट दें। आपको सफल होने से कोई रोक नहीं पाएगा।