पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में स्थित चार धामों में से बद्रीनाथ धाम यात्रा समाप्त होने वाली है। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के बाद अब बद्रीनाथ धाम के कपाट भी बंद होने की तारीख घोषित कर दी गई है।
Badrinath Dham Kapat : पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में स्थित चार धामों में से बद्रीनाथ धाम यात्रा समाप्त होने वाली है। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के बाद अब बद्रीनाथ धाम के कपाट भी बंद होने की तारीख घोषित कर दी गई है। मंगलवार विजय दशमी के अवसर पर बद्रीनाथ मंदिर परिसर में आयोजित धार्मिक समारोह में रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी ने आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी को साक्षी मानकर कपाट बंद करने की तिथि की घोषणा की है। बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए 18 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे। बद्रीनाथ मंदिर के कपाट बंद करने की तारीख घोषणा से पहले धर्माधिकारी राधा कृष्ण थपलियाल ने पंचांग गणना की. वेदपाठी रविन्द्र भट्ट सहित वेदाचार्यों ने स्वस्तिवाचन किया।
मंगलवार को दशहरा के पर्व पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने के शुभ मुहूर्त की घोषणा की गई। धाम के कपाट 18 नवंबर को तीन बजकर 33 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जबकि 15 नवंबर यानी की भैया दूज के अवसर पर केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद होने है।
इसके अलावा गंगोत्री धाम के कपाट 14 नवंबर को श्रद्धालुओं के लिए बंद किए जाएंगे। 14 नवंबर को अन्नकूट के पावन पर्व और अभिजीत मुहूर्त की शुभ वेला पर ठीक 11 बजकर 45 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए आगामी छह महीने के लिए बंद कर दिए जाएंगे। कपाट बंद होने तक तीर्थ यात्रा चलाई जाएगी।