Mauni Amavasya 2025: कल 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज महाकुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आस्था की डुबकी लगाने की संभावना है। जिसके बाद संभावना जतायी जा रहे हैं कि महाकुंभ में स्नान के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या राम मंदिर पहुंच सकते हैं। इस बीच राम मंदिर ट्रस्ट ने आस-पास के जिलों के श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह 15-20 दिन बाद अयोध्या दर्शन के लिए आएं।
Mauni Amavasya 2025: कल 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज महाकुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आस्था की डुबकी लगाने की संभावना है। जिसके बाद संभावना जतायी जा रहे हैं कि महाकुंभ में स्नान के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या राम मंदिर पहुंच सकते हैं। इस बीच राम मंदिर ट्रस्ट ने आस-पास के जिलों के श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह 15-20 दिन बाद अयोध्या दर्शन के लिए आएं।
दरअसल, महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुँच रहे हैं। मंगलवार होने के चलते हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की दो किलोमीटर लंबी लाइन लगी हुई दिखी है। ऐसा ही कुछ हाल राम जन्मभूमि में भी देखने को मिला है। एक रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को रामलला के दरबार में 3.55 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। पिछले दो दिनों के भीतर रामलला के दरबार में छह लाख से अधिक भक्त पहुंच चुके हैं। जिसके बाद मौनी अमावस्या को भारी संख्या में श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की संभावना है। जिसको देखते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय की ओर से बयान जारी कर आस-पास के श्रद्धालुओं 15-20 दिन बाद अयोध्या दर्शन के लिए आने की अपील की है।
अपील में कहा गया- “प्रयागराज में दिनांक 29 जनवरी को कुम्भ में मौनी अमावस्या का मुख्य स्नान है। अनुमान है कि लगभग 10 करोड श्रद्धालु दिनांक 29 जनवरी को प्रयागराज में स्नान करेंगे। बहुत बड़ी संख्या में प्रयागराज से भक्तजन अयोध्या जी पहुंच रहे हैं। ट्रेन एवं सड़क दोनों प्रकार से भक्तजन प्रयाग से अयोध्या आ रहे हैं। पिछले तीन दिनों से अयोध्या जी में श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। अयोध्या धाम की जनसंख्या एवं आकार को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि इतनी अधिक संख्या में भक्तों को एक दिन में रामलला के दर्शन कराना बहुत कठिन है और इसी कारण भक्तों को परेशानी हो रही है। परिणाम स्वरूप किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोकने के लिए आवश्यक हो गया है कि व्यवस्थाओं में उपयुक्त परिवर्तन किए जाएँ। भक्तों को अधिक पैदल भी चलना पड़ रहा है।”
आगे कहा गया- “हमारा यह निवेदन है कि पास-पड़ोस के भक्तजन 15-20 दिन के पश्चात दर्शन करने हेतु अयोध्या जी पधारें ताकि बहुत दूर से आने वाले भक्त अभी सुविधा से प्रभु के दर्शन कर सकें। इससे सभी को सुविधा होगी। वसंत पंचमी के बाद फरवरी मास में काफी राहत रहेगी तथा मौसम भी अच्छा हो जाएगा। आसपास के भक्त यदि तब का कार्यक्रम बनाएं तो श्रेष्ठ रहेगा। इस निवेदन पर अवश्य विचार करें।”
आदरणीय भक्तजन,
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जय श्री राम!
प्रयागराज में दिनांक 29 जनवरी को कुम्भ में मौनी अमावस्या का मुख्य स्नान है। अनुमान है कि लगभग 10 करोड श्रद्धालु दिनांक 29 जनवरी को प्रयागराज में स्नान करेंगे। बहुत बड़ी संख्या में प्रयागराज से भक्तजन अयोध्या जी पहुंच रहे हैं। ट्रेन एवं सड़क दोनों…
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 28, 2025