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बिहार में खेला होबे! चिराग की पार्टी बोली- PK की जन सुराज से गठबंधन के दरवाजे खुले, अब क्या करेगी बीजेपी?

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) तारीखों का ऐलान हो गया है। एनडीए खेमे में सीट बंटवारे को राजनीतिक रस्साकशी जारी है। इसी बीच सूत्रों का दावा है कि चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) की पार्टी जन सुराज (Jan Suraj) से संपर्क साध लिया है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) तारीखों का ऐलान हो गया है। एनडीए खेमे में सीट बंटवारे को राजनीतिक रस्साकशी जारी है। इसी बीच सूत्रों का दावा है कि चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) की पार्टी जन सुराज (Jan Suraj) से संपर्क साध लिया है। बता दें कि चिराग पासवान (Chirag Paswan)  एनडीए गठबंधन में ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं। अब एलजेपी (आर) के सूत्रों ने बताया कि उनके दरवाजे खुले हुए हैं।

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इस बीच चिराग की पार्टी की गुगली ने बिहार में एनडीए (NDA) की मुसीबत बढ़ा दी है। सूत्रों के अनुसार चिराग 45-54 सीटों पर अड़े हुए हैं। चिराग की एलजेपी (आर) के इस नए दांव के बाद अब बिहार में एनडीए (NDA) पर दबाव पड़ना तय है। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले भी प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) कई बार चिराग पासवान (Chirag Paswan)  की तारीफ कर चुके हैं। अब चिराग की पार्टी के इस नए दांव ने फिलहाल राज्य में सियासी माहौल को गरमा दिया है। 2020 के विधानसभा चुनाव में भी चिराग पासवान ने एनडीए (NDA) से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ा था और एनडीए (NDA) के सहयोगी जेडीयू (JDU) को तगड़ा नुकसान पहुंचाया था।

इस बार भी चिराग की पार्टी ने अलग राह अपनाने का संकेत देकर एनडीए को मुसीबत में तो डाल ही दिया है। पासवान पांच प्रमुख सीटों गोविंदगंज, ब्रह्मपुर, अतरी, महुआ और सिमरी बख्तियारपुर को लेकर अड़े हैं। इनमें से तीन सीटों पर जदयू भी दावा छोड़ने को तैयार नहीं है। इस बार भाजपा नेतृत्व कोशिश कर रहा है कि चिराग को मनाकर राजग (NDA) की एकता बनाए रखी जाए क्योंकि दलित-युवा वोट बैंक में उनकी पकड़ को पार्टी नजरअंदाज नहीं कर सकती। चिराग पासवान जितनी सीटों के लिए मुंह खोल रहे हैं, उसे पार्टी अतार्किक मान रही है। भाजपा को भरोसा है कि वह स्थितियां दुरुस्त कर लेगी।

चिराग की महत्वाकांक्षा ने बढ़ाई एनडीए की चुनौतियां

चिराग की राजनीति अब सिर्फ सीटों तक सीमित नहीं है। पटना की सड़कों पर उनके अगला मुख्यमंत्री-चिराग पासवान (Chirag Paswan)  वाले पोस्टर लगाए जा चुके हैं। भाजपा के सामने चुनौती है कि जदयू भी बड़े भाई की भूमिका में रहने की बात कर रहा है, लेकिन वहां ज्यादा समस्या नहीं है। 101-102 सीटों पर दोनों दल बंटवारा करने के मूड में हैं। मगर चिराग के साथ-साथ जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा जैसे दलों की मांग भी बड़ी है। सबसे कठिन बंटवारा अभी लोजपा (रामविलास) के साथ ही साबित हो रहा है। हालांकि, अमित शाह के संदेश के बाद माना जा रहा है कि चिराग मान जाएंगे लेकिन उम्मीद होना और समाधान निकलने के बीच में सफर कई बार लंबा साबित होता है।

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चिराग पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पार्टी सम्मानजनक हिस्सेदारी लेगी

हालांकि, लोजपा के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता धीरेंद्र मुन्ना ने कहा कि अभी सीटों के बंटवारे पर कोई बातचीत नहीं हुई है। इस सवाल पर कि चिराग पासवान (Chirag Paswan)  का फोन नहीं लगने की बात सामने आ रही है तो मुन्ना का जवाब था, फोन आउट आफ रीच भले हो, लेकिन मेरे नेता रीच में हैं। वैसे भी चिराग पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पार्टी सम्मानजनक हिस्सेदारी लेगी।

कैबिनेट पोस्ट को लेकर कोई हमें न धमकाए, केंद्र में एक कुर्सी से अधिक बिहार में सम्मानजनक जरूरी: एलजेपी

 

पार्टी सूत्रों का कहना है कि हमें राज्यसभा या विधान परिषद सीट की जरूरत नहीं है। चिराग पासवान शाहाबाद इलाके की किसी सीट से मैदान में उतर सकते हैं। एलजेपीआर सूत्रों ने कहा कि हमारी बातचीत बीजेपी से हो रही है, जेडीयू से नहीं। एलजेपीआर (LJPR) के सूत्रों का यह भी कहना है कि एनडीए को यह समझना होगा कि तेजस्वी यादव के खिलाफ चिराग पासवान एक डायनेमिक फेस हैं। चिराग पासवान ने सुनहरी बाग रोड स्थित अपने आवास में शिफ्ट नहीं हुए हैं, जो मंत्रियों का आधिकारिक आवास है।

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 हमारी तैयारी सभी 243 सीटों पर है : एलजेपीआर  प्रवक्ता धीरेंद्र मुन्ना 

एलजेपीआर (LJPR)  सूत्रों का यह भी कहना है कि हम नहीं चाहते कि कैबिनेट पोस्ट को लेकर कोई हमें धमकाए। केंद्र में एक बर्थ से अधिक बिहार में सम्मानजनक सीटें मैटर करती हैं। एलजेपीआर (LJPR)  ने एनडीए में अपने सहयोगी दलों को यह संदेश भी दिया कि हम निष्पक्ष तरीके से सीट शेयरिंग और बिहार की राजनीति में चिराग पासवान (Chirag Paswan)  के बढ़ते प्रभाव की मान्यता चाहते हैं। गौरतलब है कि बिहार चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान के बाद एलजेपीआर (LJPR)   के प्रवक्ता धीरेंद्र मुन्ना ने दावा किया था कि हमारी तैयारी सभी 243 सीटों पर है।

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