पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। राजकीय सम्मान के साथ निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। मनमोहन सिंह की बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी। वहीं, निगम बोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार किए जाने के बाद सियासत भी शुरू हो गयी है।
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। राजकीय सम्मान के साथ निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। मनमोहन सिंह की बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी। वहीं, निगम बोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार किए जाने के बाद सियासत भी शुरू हो गयी है। आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा, डॉ. मनमोहन सिंह जी के अंतिम संस्कार और समाधि के लिए बीजेपी सरकार 1000 गज़ जमीन भी न दे सकी?
अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ये खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूं। भारत के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया गया। इसके पूर्व भारत के सभी प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजघाट पर किया जाता था। सिख समाज से आने वाले, पूरी दुनिया में ख्याति प्राप्त, 10 वर्ष भारत के प्रधानमंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह जी के अंतिम संस्कार और समाधि के लिए बीजेपी सरकार 1000 गज़ जमीन भी न दे सकी?
ये खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूँ।
भारत के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया गया। इसके पूर्व भारत के सभी प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजघाट पर किया जाता था।
सिख समाज से आने वाले, पूरी दुनिया में ख्याति प्राप्त, 10 वर्ष भारत के प्रधानमंत्री रहे…
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— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 28, 2024
बता दें कि, शनिवार को निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ। इससे पहले सुबह 8:30 बजे से उनका पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय में रखा गया, जहां पार्टी कार्यकर्ता व आम जनता ने उनके दर्शन किए। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस सासंद प्रियंका गांधी वाड्रा भी पार्टी कार्यालय में उपस्थित थीं। यहां पूर्व पीएम के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी गई। पार्टी के शीर्ष नेताओं ने अंतिम बार पूर्व पीएम को नमन किया।