Blue Turmeric Benefits: संसद के शीतकालीन सत्र में चाय पर चर्चा करते हुए प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से नीली हल्दी के फायदों के बारे में बात करती नजर आईं। प्रियंका गांधी ने बताया कि वे नीली हल्दी का सेवन करती हैं। उन्होंने बताया कि प्रदूषण से बचाव के लिए खासतौर से नीली हल्दी (Neeli Haldi) को खानपान का हिस्सा बनाती हैं। अब पीली हल्दी के बारे में तो हम सभी जानते हैं।
Blue Turmeric Benefits: संसद के शीतकालीन सत्र में चाय पर चर्चा करते हुए प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से नीली हल्दी के फायदों के बारे में बात करती नजर आईं। प्रियंका गांधी ने बताया कि वे नीली हल्दी का सेवन करती हैं। उन्होंने बताया कि प्रदूषण से बचाव के लिए खासतौर से नीली हल्दी (Neeli Haldi) को खानपान का हिस्सा बनाती हैं। अब पीली हल्दी के बारे में तो हम सभी जानते हैं।
पीली हल्दी हमारी रसोई का एक अहम हिस्सा है और सब्जी बनाने में अक्सर ही इसका इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन, क्या आप जानते हैं नीली हल्दी भी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसे काली हल्दी भी कहा जाता है। यह हल्दी गहरे नीले रंग की होती है और इसका छिलका काले रंग का नजर आता है। यहां जानिए नीली हल्दी किस-किस तरह से सेहत के लिए फायदेमंद है और इसके सेवन से शरीर पर क्या असर होता है?
जानें नीली हल्दी के क्या फायदे हैं?
नीली हल्दी का वैज्ञानिक नाम करकुमा कैसिया होता है। यह उत्तर-पूर्वी भारत और आंध्र प्रदेश में उगाई जाती है। यह पीली हल्दी की तरह ही 9 महीनों में बढ़ती है और इसका इस्तेमाल भी औषधि की तरह किया जाता है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है और इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को कई फायदे देते हैं।
दर्द और सूजन में आराम: एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने के चलते नीली हल्दी के सेवन से दर्द और सूजन में आराम मिलता है। यह हल्दी जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में खासतौर से कारगर होती है।
कब्ज में फायदा: नीली हल्दी पेट की दिक्कतों में भी फायदेमंद होती है। इसके सेवन से पेट की दिक्कतें, खासतौर से कब्ज दूर होती है।
एंटी-एंजिंग इफेक्ट्स: इस हल्दी में फेनोलिक कंपाउंड्स और केटेचिंस होते हैं। एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के चलते नीली हल्दी ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करती है जिससे एजिंग धीमी हो जाती है।
मौसमी सर्दी-जुकाम दूर भगाए: एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से परिपूर्ण होने के चलते नीली हल्दी (Blue Haldi) मौसमी सर्दी-जुकाम को दूर करती है. सर्दियों के मौसम में यह खासतौर से फायदेमंद है।
इम्यूनिटी बूस्टर: नीली हल्दी के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी मजबूत होती है. ऐसे में प्रदूषण की चपेट में आ रहे लोगों को खासतौर से इस हल्दी का सेवन करना चाहिए.
ब्लड शुगर करती है कंट्रोल : नीली हल्दी का एक फायदा यह भी है कि यह एंटी-डायबेटिक गुणों के चलते ब्लड शुगर कंट्रोल करने में फायदेमंद होती है।
स्किन बनती है चमकदार : औषधीय गुणों से भरपूर नीली हल्दी स्किन की हेल्थ के लिए अच्छी है. इसमें केटेचिन होते हैं जो यूवीबी से होने वाली एजिंग को धीमा करते हैं, एक्ने या फुंसियों की दिक्कत से छुटकारा दिलाते हैं और त्वचा को निखारते हैं सो अलग।
नीली हल्दी कैसे खाएं?
नीली हल्दी का कई तरह से सेवन किया जा सकता है। नीली हल्दी को सब्जी में डाला जा सकता है, सूप में डाल सकते हैं या फिर इसे बारीक काटकर गार्निशिंग की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
नीली हल्दी को पानी में उबालकर इसकी चाय पी जा सकती है। दूध में डालकर भी नीली हल्दी का सेवन किया जा सकता है। हल्दी वाला दूध स्वादिष्ट भी लगता है।
नीली हल्दी के सेवन में इस बात का ध्यान रखें कि आप इसका जरूरत से ज्यादा सेवन न करें।अति किसी भी चीज की बुरी होती है, इस बात का खास ख्याल रखें।