यूपी की राजधानी लखनऊ के मॉल एवेन्यू स्थित बसपा कार्यालय (BSP Office) पर पार्टी की मुस्लिम समाज भाईचारा संगठन (Muslim Samaj Bhaichara Sangathan) की मंडल स्तरीय बैठक का बुधवार को आयोजन किया गया है। बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) सहित बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद हैं।
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के मॉल एवेन्यू स्थित बसपा कार्यालय (BSP Office) पर पार्टी की मुस्लिम समाज भाईचारा संगठन (Muslim Samaj Bhaichara Sangathan) की मंडल स्तरीय बैठक का बुधवार को आयोजन किया गया है। बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) सहित बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद हैं।
बैठक में मायावती (Mayawati) के पहुंचने पर बसपा के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद (BSP National Convenor Akash Anand) ने पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। दरअसल, 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा (BSP) ने मुस्लिम भाईचारा संगठन का पुनर्गठन करने का फैसला भी लिया है। इसके लिए यह बैठक बुलाई गई है।
बामसेफ की एक नवंबर को बुलाई बैठक
मायावती (Mayawati) ने आगामी एक नवंबर को बामसेफ की बैठक भी बुलाई है। इसमें पिछड़े वर्ग के लोग भी शामिल हो सकते हैं। बसपा ने मिशन 2027 (BSP Mission 2027) के तहत संगठन को मजबूत करने के लिए बामसेफ कैडर को फिर से जिंदा करने की कवायद तेज कर दी है।
इससे पहले वर्ष 2024 में भी ऐसी कवायद हो चुकी है, हालांकि उस दौरान खास सफलता नहीं मिली थी। अब बामसेफ को पुनर्गठित कर बसपा को मजबूत किया जाएगा। बामसेफ में अधिकतर लोग सरकारी सेवाओं से जुड़े हैं, जो पार्टी के विचारों को आगे बढ़ाने के साथ आर्थिक सहयोग भी करते हैं। अब उनका समर्थन पार्टी को नई ऊर्जा दे सकता है। बसपा के शुरुआती दौर में बामसेफ की अहम भूमिका रही थी, जिसकी वजह से पार्टी तेजी से आगे बढ़ती गई।