Chaitanyananda Saraswati arrested: दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया मैनेजमेंट एंड रिसर्च की छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपी पार्थसारथी उर्फ चैतन्यानंद सरस्वती को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है।चैतन्यानंद आगरा के एक होटल 'फर्स्ट ताजगंज' में छुपा हुआ था, जहां से पुलिस ने उसे धर-दबोचा है। आरोपी अपने खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज होने के बाद फरार था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस चैतन्यानंद को कोर्ट में पेश करेगी। इसके बाद पुलिस आरोपी की रिमांग मांग सकती है।
Chaitanyananda Saraswati arrested: दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया मैनेजमेंट एंड रिसर्च की छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपी पार्थसारथी उर्फ चैतन्यानंद सरस्वती को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है।चैतन्यानंद आगरा के एक होटल ‘फर्स्ट ताजगंज’ में छुपा हुआ था, जहां से पुलिस ने उसे धर-दबोचा है। आरोपी अपने खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज होने के बाद फरार था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस चैतन्यानंद को कोर्ट में पेश करेगी। इसके बाद पुलिस आरोपी की रिमांग मांग सकती है।
दरअसल, यह मामला श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट शारदापीठ शृंगेरी से जुड़ा हुआ है। जिसके पूर्व चीफ चैतन्यानंद सरस्वती पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली सभी छात्राएं इंस्टीट्यूट में EWS स्कॉलरशिप के तहत पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट कर रही हैं। पुलिस में दर्ज करायी गयी शिकायत में कहा गया है कि आरोपी ने उनके साथ गंदी भाषा का प्रयोग किया, अश्लील वॉट्सऐप मैसेज भेजते थे और अवांछित शारीरिक संपर्क बनाते थे। आरोप यह भी है कि इंस्टीट्यूट की कुछ महिला फैकल्टी और प्रशासनिक कर्मचारी उन्हें आरोपी की मांगों को मानने के लिए दबाव डालती थीं।
इंस्टीट्यूट के प्रशासक पीए मुरली की ओर से शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने BNS की धारा 75(2), 79, 351(2) के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। आरोपी के खिलाफ 4 अगस्त को FIR दर्ज की गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी थी। इससे पहले, चैतन्यानंद ने गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली की पटियाला हाई कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।
चैतन्यानंद के खिलाफ अब तक 5 FIR दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें से 2 एफआईआर पुरानी है। एक एफआईआर 2009 और दूसरी 2016 की है। दूसरी तरफ, दिल्ली पुलिस ने चैतन्यानंद के 8 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए था। ये रकम 18 बैंक खातों और 28 एफडी में जमा थी। ये रकम आरोपी के द्वारा बनाए गए ट्रस्ट से जुड़ी हुई है। 2016 में दर्ज की गई एफ़आईआर में एक पीड़िता ने आरोप लगाए थे कि चैतन्यानंद पीड़ित छात्राओं को कमरे में बंद रखता था। उस छात्रा उस समय 20-21 साल की थी।