छत्तीसगढ़ नारायणपुर (Chhattisgarh Narayanpur) के अबुझमाड़ में सुरक्षाबलों और नक्सलियों (Naxalites) के बीच बड़ी मुठभेड़ जारी है। डीआरजी-एसटीएफ (DRG-STF) के जवानों ने अबुझमाड़ के जंगलों में नक्सलियों को कई तरफ से घेर लिया है। खबर है कि एनकाउंटर में 7 नक्सली मारे गए हैं।
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ नारायणपुर (Chhattisgarh Narayanpur) के अबुझमाड़ में सुरक्षाबलों और नक्सलियों (Naxalites) के बीच बड़ी मुठभेड़ जारी है। डीआरजी-एसटीएफ (DRG-STF) के जवानों ने अबुझमाड़ के जंगलों में नक्सलियों को कई तरफ से घेर लिया है। खबर है कि एनकाउंटर में 7 नक्सली मारे गए हैं। जवानों ने अभी तक 2 महिलाओं सहित 7 माओवादी कैडर के शवों को बरामद कर लिया है। बस्तर आईजी सुंदर राज पी. (Bastar IG Sunder Raj P) ने बताया कि मौके से एक AK-47 सहित भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री मिली है। इलाके में सर्चिंग बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया कि यह मुठभेड़ नारायणपुर/कांकेर सीमावर्ती इलाके में अबुझमाड़ के टेकमेटा और काकूर के मध्य जंगल में हो रही है।
बता दें कि 29 अप्रैल को भी सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था। यह एनकाउंटर (Encounter) सलातोंग इलाके में हुआ था। यहां एनकाउंटर उस वक्त हुआ, जब डीआरजी जवान सर्चिंग (DRG Jawan Searching) पर निकले थे। मुठभेड़ में कई नक्सलियों को गोली लगी थी। इसके बाद जवानों ने यहां सर्चिंग बढ़ा दी है। बता दें, छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कई इलाकों में इन दिनों नक्सली मुठभेड़ें बढ़ गई हैं। इन मुठभेड़ों में सबसे बड़ा एनकाउंटर 16 अप्रैल को हुआ था। यह एनकाउंटर कांकेर में हुआ था। सुरक्षाबलों-नक्ललियों के बीच मुठभेड़ में 29 नक्सली ढेर हो गए थे। ये मुठभेड़ इतनी बड़ी थी कि जवानों के लिए अतिरिक्त फोर्स भेजी गई थी। यहां से सुरक्षाबलों को AK-47 सहित बड़ी संख्या में ऑटोमैटिक हथियार बरामद हुए थे। इस दौरान मारे गए नक्सलियों में टॉप नक्सल कमांडर शंकर राव भी मारा गया था। उसके सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम था।
कांकेर में मिले थे AK-47 जैसे खतरनाक हथियार
कांकेर जिले (Kanker District) में पिछले महीने 3 मार्च को भी हिदूर इलाके में मुठभेड़ हुई थी। हिदुर के जंगल में हुई इस मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया था। जवान का नाम बस्तर फाइटर्स आरक्षक रमेश कुरेठी (Fighters constable Ramesh Kurethi) था। सुरक्षाबलों को यहां से एक माओवादी के शव के साथ AK-47 मिली थी। जानकारी के मुताबिक, यह मुठभेड़ उस वक्त हुई थी जब जवान हिदूर के जंगल में सर्चिंग के लिए निकले थे। वे अंदरूनी इलाके में पहुंचे ही थे कि नक्सलियों ने फायरिंग कर दी थी। यह मुठभेड़ करीब एक घंटे तक चली थी।