1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. गौरव गोगोई पर CM हिमंत बिस्वा सरमा ने फिर साधा निशाना, कहा-जो बातें आगे आएंगी, वे कहीं और अधिक गंभीर

गौरव गोगोई पर CM हिमंत बिस्वा सरमा ने फिर साधा निशाना, कहा-जो बातें आगे आएंगी, वे कहीं और अधिक गंभीर

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बार फिर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, अंततः कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने यह स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा की थी। लेकिन यह साफ़ कर देना ज़रूरी है—यह अंत नहीं, बल्कि शुरुआत है।

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बार फिर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, अंततः कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने यह स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा की थी। लेकिन यह साफ़ कर देना ज़रूरी है—यह अंत नहीं, बल्कि शुरुआत है।

पढ़ें :- VIDEO-प्रयागराज में रेस्टोरेंट पर बम फेंके जाने पर कांग्रेस ने यूपी सरकार पर साधा निशाना, बोली- ‘जितनी लानत भेजी जाएं वो कम है’

उन्होंने आगे कहा, जो बातें आगे आएंगी, वे कहीं अधिक गंभीर हैं। विश्वसनीय इनपुट और दस्तावेज़ों पर आधारित ठोस प्रमाण मौजूद हैं, जो यह संकेत देते हैं कि गोगोई ने पाकिस्तानी सत्ता प्रतिष्ठान के साथ निकटता बनाए रखी है-यह एक अत्यंत चिंताजनक बात है।

असम सरकार, पारदर्शिता और जवाबदेही के प्रति प्रतिबद्ध है, और 10 सितंबर को विशेष जांच दल (SIT) द्वारा जांच पूरी होते ही सारी सच्चाई सार्वजनिक की जाएगी। असम और देश की जनता को सच जानने का पूरा अधिकार है-और वह सच उन्हें पूरा मिलेगा। लेकिन देश की जनता यह भी नहीं भूलेगी-और न ही माफ़ करेगी-कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को, जिन्होंने एक ऐसे खतरनाक और संदिग्ध व्यक्ति को सार्वजनिक जीवन में आगे बढ़ाने का दुस्साहस किया। यह अब केवल एक सांसद की बात नहीं रही। यह पूरे सोच और मंशा का मामला है-और यह देशहित के खिलाफ एक गंभीर चूक है।

जानिए हिमंत बिस्वा सरमा के आरोप पर क्या बोले गौरव गोगोई?
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के पाकिस्तान से संबंध के आरोप सी-ग्रेड बॉलीवुड सिनेमा का हिस्सा हैं जो बुरी तरह से फ्लॉप होने जा रहा है। गौरव गोगोई ने आगे कहा कि मेरी पत्नी एक जानी-मानी पब्लिक पॉलिसी स्पेशलिस्ट हैं। वह करीब 14-15 साल पहले दक्षिण एशिया में जलवायु परिवर्तन पर केंद्रित एक इंटरनेशनल प्रोजेक्ट की टीम का हिस्सा थीं। इसके तहत उन्होंने एक साल पाकिस्तान में बिताया और फिर 2012-13 में भारत आ गईं, जहां वह तब से काम कर रही हैं। 2015 में उन्होंने एक नई नौकरी शुरू की।

 

पढ़ें :- 16वीं जनगणना में अपनाया जाए तेलंगाना मॉडल, कांग्रेस के दबाव में प्रधानमंत्री को जातिगत जनगणना की मांग के आगे झुकना पड़ा : जयराम रमेश
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...