देश की विभिन्न जेलों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी। इस पर सुनवाई करते हुए देश के प्रधान न्यायाधीश (CJI) एनवी रमना ने कहा कि मैं कल उच्च न्यायालय के सभी मुख्य न्यायाधीशों से बात करूंगा और उनसे हाई पॉवर कमेटी बनाने को कहूंगा।
नई दिल्ली: देश की विभिन्न जेलों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी। इस पर सुनवाई करते हुए देश के प्रधान न्यायाधीश (CJI) एनवी रमना ने कहा कि मैं कल उच्च न्यायालय के सभी मुख्य न्यायाधीशों से बात करूंगा और उनसे हाई पॉवर कमेटी बनाने को कहूंगा।
दरअसल, गत वर्ष ही शीर्ष अदालत ने जेल में कोरोना के केस को देखने और उसी हिसाब से कैदियों को पेरोल या जमानत पर रिहा करने के लिए सभी उच्च न्यायालयों को एक हाई पॉवर कमेटी का गठन करने का निर्देश दिया था। इस बार फिर कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। खासतौर पर जिन जेलों में क्षमता से ज्यादा कैदी बंद हैं, वहां कोरोना विस्फोट का खतरा है।
इसको लेकर शीर्ष अदालत में एक याचिका दायर की गई थी। शीर्ष अदालत से पूरे देश के लिए समान फैसला सुनाने की मांग की गई। इस पर CJI एनवी रमना ने कहा कि हम समान ऑर्डर पूरे देश के लिए नहीं दे सकते हैं, हम प्रत्येक राज्य की स्थिति को नहीं जानते हैं, इसलिए हमने HPC का गठन करने के लिए कहा था, जो अपने राज्यों की जेल के हालात को देखेंगे।
आज सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील कॉलिन गोंसाल्वेस ने कहा कि गत वर्ष तक़रीबन 40 हजार लोगों को रिहा किया गया था। फिर वे कोर्ट के आदेशों पर वापस जेल आ गए था, गत वर्ष जेल में भीड़भाड़ लगभग 150 फीसद थी। जो अब बढ़कर लगभग 200 फीसद हो गई है, क्योंकि अधिक लोगों को अरेस्ट किया गया है।