कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) के लिए इस्तेमाल किए गए केंद्र सरकार के कोविन एप (Cowin App )से लगभग 100 करोड़ लोगों का पर्सनल डेटा मैसेजिंग एप टेलीग्राम (Personal Data Messaging App Telegram)पर लीक होने से हड़कंप मच गया है।
नई दिल्ली। कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) के लिए इस्तेमाल किए गए केंद्र सरकार के कोविन एप (Cowin App )से लगभग 100 करोड़ लोगों का पर्सनल डेटा मैसेजिंग एप टेलीग्राम (Personal Data Messaging App Telegram)पर लीक होने से हड़कंप मच गया है। टेलीग्राम के ऑटोमेटेड अकांउट (बॉट) पर वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर डालने पर आधार (Aadhaar) , पासपोर्ट (Passport), पैन कार्ड (PAN Card), जन्मतिथि (Date of Birth ), और वैक्सीन सेंटर की जानकारियां दिखाई देने लगीं। यदि मोबाइल नंबर से परिवार के अन्य लोगों का भी वैक्सीनेशन हुआ था तो वो जानकारियां भी दिखने लगी।
सोमवार को सबसे पहले तृणमूल कांग्रेस के नेता संकेत गोखले ने सोशल मीडिया पर लीक के स्क्रीन शॉट शेयर किए। पी. चिदंबरम, डेरेक ओ ब्रायन, जयराम रमेश जैसे वीआईपी लोगों की निजी जानकारियां सार्वजनिक हो गई। लीक की खबर फैलने के कुछ समय बाद ही वॉट अकाउंट रहस्य ढंग से बंद भी हो गया। इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डेटा लीक की बात को निराधार बताया, लेकिन साथ ही कहा कि कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सर्ट-इन) इसकी जांच करेगी। कोविन एप के सुरक्षा उपायों की समीक्षा के लिए जांच शुरू कर दी है।
कांग्रेस महासचिव, कर्नाटक के प्रभारी और राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला (Rajya Sabha member Randeep Singh Surjewala) ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि पूरे देश का (100 करोड़ लोगों) का ही ‘डेटा’ चोरी हो गया और मोदी सरकार (Modi Government) के कान पर जूं नहीं रेंग रही। उन्होंने कहा कि अपने ही देश के लोगों की जासूसी में जुटी हुई भाजपा सरकार। 2018 से 2022 के बीच लगभग 45 लाख से अधिक साइबर अटैक की घटनाएं हुई हैं।सुरजेवाला ने कहा कि हर बार ‘नो डाटा’ कहकर जिम्मेदारी से मुंह छुपाने वाली मोदी सरकार (Modi Government) , करोड़ देशवासियों की निजता व सुरक्षा को खतरे में डालकर, ‘गो डाटा’ कैंपेन चला रही है?