बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) और संदीप रेड्डी वांगा (Sandeep Reddy Wanga) के विवाद रूकने का नहीं ले रहा नाम। अब राणा दग्गुबाती (Rana Daggubati) ने भी रिएक्ट किया है। बता दें कि दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) और 'स्पिरिट' (Spirit) के डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा (Sandeep Reddy Wanga) के बीच वर्किंग मदर्स के लिए 8 घंटे की
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) और संदीप रेड्डी वांगा (Sandeep Reddy Wanga) के विवाद रूकने का नहीं ले रहा नाम। अब राणा दग्गुबाती (Rana Daggubati) ने भी रिएक्ट किया है। बता दें कि दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) और ‘स्पिरिट’ (Spirit) के डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा (Sandeep Reddy Wanga) के बीच वर्किंग मदर्स के लिए 8 घंटे की
शिफ्ट को लेकर विवाद हुआ था और वह तूल पकड़ता जा रहा है। इधर राणा ने कहा कि कोई किसी को मजबूर नहीं कर रहा। कई एक्टर्स सिर्फ 4 घंटे की शिफ्ट करते हैं। बताते चलें कि कई सिलेब्रिटीज इस पर अपने विचार रख चुके हैं। जहां हाल ही अजय देवगन ने कहा था कि 8 घंटे की शिफ्ट से ईमानदार फिल्ममेकर्स को दिक्कत नहीं होगी, तो वहीं अब राणा दग्गुबाती (Rana Daggubati) ने भी रिएक्ट किया है। उन्होंने कहा कि कोई किसी को मजबूर नहीं कर रहा और यह काम है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म ‘स्पिरिट’ के लिए दीपिका ने संदीप रेड्डी वांगा (Sandeep Reddy Wanga) से 8 घंटे की शिफ्ट की मांग की थी, साथ ही फिल्म के मुनाफे में 10% हिस्सा मांगा था। इसी पर दोनों के बीच विवाद हो गया, जिसके बाद डायरेक्टर ने फिल्म से दीपिका पादुकोण को रिप्लेस करके तृप्ति डिमरी (Tripti Dimri) को साइन कर लिया। इसी के बाद से 8 घंटे की शिफ्ट पर चल रही बहस तूल पकड़ रही है।
राणा दग्गुबाती, बोले- 70-80 फीसदी लोग रोजाना 100 रुपये कमाते हैं
राणा दग्गुबाती (Rana Daggubati) ने इस बारे में मीडिया से कहा,कि हमें समझना चाहिए कि भारत एक विकासशील देश है। हम कोई विकसित देश नहीं हैं। अगर आप प्रति व्यक्ति आय को देखें तो हमारी अर्थव्यवस्था शायद दुनिया में 186वें स्थान पर है। एक ऐसे देश में जहां 1.8 बिलियन लोग हैं, और उनमें से 70-80 प्रतिशत लोग प्रतिदिन 100 रुपये कमाते हैं। जब हम चीजों को उस रोशनी में देखना शुरू करते हैं, तो हमें एहसास होता है कि हमें अभी बहुत आगे बढ़ना है।’
राणा दग्गुबाती (Rana Daggubati) ने अपनी बातें साझा करते हुए कहा कि मैं एक ऐसी इंडस्ट्री से आता हूं, जो मद्रास से आई। यह कई परिवारों और सैकड़ों अन्य लोगों का समूह था, जिन्होंने अपना सामान बांधा और दूसरे शहर में फिर से शुरुआत की। इसलिए मेरे लिए, यह काम नहीं है, यह एक लाइफस्टाइल है।’
राणा दग्गुबाती (Rana Daggubati) ने बताया कि रीजनल फिल्म इंडस्ट्री में वर्किंग कंडीशन काफी अलग हैं। ‘महाराष्ट्र में 12 घंटे की शिफ्ट है। तेलुगू में 8 घंटे की शिफ्ट है। लेकिन महाराष्ट्र में शिफ्ट सुबह 9 बजे शुरू होती है, जबकि तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में यह सुबह 7 बजे शुरू होती है। अगर आप लोकेशन पर हैं या स्टूडियो में, अगर आप सेट पर शूटिंग कर रहे हैं, तो यह सब इक्वेशन को प्रभावित करता है। यह कभी भी सामान्य नहीं होता।