Delhi 10/11 Blast: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर हुआ ब्लास्ट में अबतक 9 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 लोग घायल हैं। यह ब्लास्ट एक आत्मघाती आतंकी हमला था, जांच एजेंसियों के अनुसार कार में विस्फोटक लगाकर ब्लास्ट किया गया। जांच में सामने आया है कि दिल्ली लाल किला ब्लास्ट के तार फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हुए हैं।
Delhi 10/11 Blast: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर हुआ ब्लास्ट में अबतक 9 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 लोग घायल हैं। यह ब्लास्ट एक आत्मघाती आतंकी हमला था, जांच एजेंसियों के अनुसार कार में विस्फोटक लगाकर ब्लास्ट किया गया। जांच में सामने आया है कि दिल्ली लाल किला ब्लास्ट के तार फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हुए हैं।
दरअसल, एक दिन पहले ही फरीदाबाद में भारी मात्रा में बरामद विस्फोटक (अमोनियम नाइट्रेट) हुए थे। जिसके बाद दिल्ली पुलिस समेत दूसरी एजेंसियां डॉक्टर उमर मोहम्मद की तलाश कर रही थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो फरार चल रहे फरीदाबाद मॉड्यूल का आतंकी डॉक्टर उमर मोहम्मद को पकड़े जाने का डर सता रहा था। इस हड़बड़ी में उसने ब्लास्ट की योजना बनायी।
बताया जा रहा है कि धमाके के वक्त आतंकी उमर मोहम्मद कार में अकेला था। उसने अपने दो अन्य साथी आतंकियों के साथ हमले की योजना बनाई। उसने अपने साथियों के साथ कार में डेटोनेटर लगाया और ब्लास्ट किया। उमर मोहम्मद कश्मीर का रहने वाला था। ब्लास्ट के लिए जिस I-20 कार का इस्तेमाल किया वह मोहम्मद सलमान नाम के शख्स की थी।इसका नंबर HR 26 7624 था।
मोहम्मद सलमान ने इसे नदीम को बेचा। जिसने इस कार को एक कार डीलर, रॉयल कार जोन फरीदाबाद को बेचा था। इसके बाद इसे तारिक ने खरीदा और फिर इसे उमर ने खरीदा। इस मामले में मोहम्मद सलमान और तारिक को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
दिल्ली पुलिस ने इस ब्लास्ट में यूएपीए की धारा 16 और 18 के तहत एफ़आईआर दर्ज की है, जो आतंकी कृत्यों और उसके लिए दंड से संबंधित है। विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3 और 4 भी जोड़ी गई है। हत्या और हत्या के प्रयास की धाराएं भी एफ़आईआर में शामिल की गई हैं।
शुरुआती जांच में पता चला है कि लाल किला ब्लास्ट में अमोनियम नाइट्रेट के ट्रेसेस हो सकते है, लेकिन इसकी पुष्टि FSL रिपोर्ट के बाद ही होगी। मंगलवार को FSL की पहली रिपोर्ट सामने आ सकती है।