धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, जिस NFS - ‘Not Found Suitable’ की बात राहुल गांधी कर रहे हैं, वो बाबासाहेब का नाम लेकर राजनीति करने वाली दलित, शोषित और वंचित विरोधी कांग्रेसी सोच की ही देन थी। आजादी के उपरांत कांग्रेस की नीति के कारण ही ये NFS अब तक चलता आ रहा था, जिस कारण SC, ST और OBC के हकों को मारा जाता था।
नई दिल्ली। ओबीसी, एससी और एसटी के आरक्षण को लेकर इन दिनों सियासी घमासान चल रहा है। राहुल गांधी ने छात्रों से बातचीत करते हुए भाजपा सरकार को आरक्षण विरोधी बताया था। साथ ही, संविधान की ताक़त से जवाब देने की बात कही थी। अब भाजपा के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के इन दावों पर पलटवार करते हुए कहा कि, SC, ST और OBC को कांग्रेस के शाही परिवार ने हमेशा छला है। आजादी के उपरांत कांग्रेस की नीति के कारण ही ये NFS अब तक चलता आ रहा था, जिस कारण SC, ST और OBC के हकों को मारा जाता था।
राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि, राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस पार्टी आज देश में झूठ और फरेब की सबसे बड़ी brand ambassador बन चुकी है। SC, ST और OBC को कांग्रेस के शाही परिवार ने हमेशा छला है, मगर शहज़ादे को अपने ही परिवार का वंचित और दलित विरोधी इतिहास पता नहीं है। इसीलिए आए दिन कांग्रेस आयातित toolkit के आधार पर शहज़ादे के लिए झूठ से भरी पोटली लेकर हाजिर हो जाती है।
उन्होंने आगे कहा, लंबे समय तक शासन करने के बाद भी कांग्रेस ने दलित, पिछड़ों और शोषितों को उनके अधिकारों से वंचित रखा। 2014 में जब UPA की सरकार गई, उस दौरान केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 57% SC, 63% ST और 60% OBC वर्ग के शिक्षकों के पद रिक्त थे। जिसे प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार ने सत्ता में आने के साथ ही भरने का काम किया है। साथ ही 2014 में शिक्षकों के 16,217 पदों को बढ़ाकर 18,940 करने का काम भी मोदी सरकार ने ही किया है। 2014 में रिक्त पदों की संख्या जो 37% थी वह आज 25.95% है और प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार में आज भी इन रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया निरंतर जारी है।
कांग्रेस के 2004-14 के कार्यकाल में जहां IITs में सिर्फ 83 SC, 14 ST और 166 OBC faculty थी, तो वहीं NITs में केवल 261 SC, 72 ST और 334 नियुक्तियां हुईं। वहीं मोदी सरकार के कार्यकाल 2014-24 के दौरान IITs में 398 SC, 99 ST और 746 OBC तथा NITs में 929 SC, 265 ST और 1510 OBC शिक्षक नियुक्त हुए हैं। मोदी जी की ही सरकार ने Assistant Professor के लिए PHD की अनिवार्यता खत्म की।
धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा, जिस NFS – ‘Not Found Suitable’ की बात राहुल गांधी कर रहे हैं, वो बाबासाहेब का नाम लेकर राजनीति करने वाली दलित, शोषित और वंचित विरोधी कांग्रेसी सोच की ही देन थी। आजादी के उपरांत कांग्रेस की नीति के कारण ही ये NFS अब तक चलता आ रहा था, जिस कारण SC, ST और OBC के हकों को मारा जाता था।
उस अन्याय से वंचित वर्ग को मुक्ति दिलाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी की सामाजिक न्याय को समर्पित सरकार ने पहली बार The Central Educational Institutions (Reservation in Teacher’s Cadre) Act, 2019 लाया गया, जिसके उपरांत NFS अब इतिहास है। अब SC, ST और OBC वर्ग के लिए आरक्षित पद किसी भी अन्य वर्ग द्वारा भरा नहीं जाएगा, ये प्रधानमंत्री मोदी जी की ही देन है। साथ ही मोदी जी की सरकार ने अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के आरक्षण में आ रहे bottlenecks को भी समाप्त किया है, जो कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारें कभी नहीं कर सकीं।
उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस पार्टी को पीलिया हुआ है इसीलिए उनको सबकुछ पीले रंग का ही दिखाई पड़ता है, या यूं कहें कि हर अच्छे में भी उन्हें बुरा ही दिखाई पड़ता है। बात-बात पर संविधान का नाम लेने वाली कांग्रेस पार्टी स्वयं बाबासाहेब के संविधान पर सबसे बड़ा हमला है और आज देश का युवा जानता है कि असली सामाजिक न्याय का काम अगर किसी ने किया है, तो वो प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार ने किया है और कांग्रेस चाहे जितना झूठ चला ले, देश के युवाओं का माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी पर विश्वास अडिग है।