यूपी (UP) के आगरा जिले में स्थित एक मानसिक स्वास्थ्य संस्थान और चिकित्सालय (Mental Health Institute and Hospital) के वायरल वीडियो में तीन मानसिक रूप से अस्वस्थ मरीज चिलम पीते नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया और तुरंत जांच शुरू कर दी गई।
आगरा। यूपी (UP) के आगरा जिले में स्थित एक मानसिक स्वास्थ्य संस्थान और चिकित्सालय (Mental Health Institute and Hospital) के वायरल वीडियो में तीन मानसिक रूप से अस्वस्थ मरीज चिलम पीते नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया और तुरंत जांच शुरू कर दी गई। जांच में पता चला कि यह पूरी साजिश ओउटसोर्स कर्मचारी हेमंत ने रची थी। आरोप है कि उसने मनचाही ड्यूटी न मिलने पर मनोरोगी मरीजों को चिलम दी और इसका वीडियो खुद बना कर वायरल कर दिया।
आनन-फानन में जांच बैठाई गई तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया। मामला सामने आने के बाद कर्मचारी हेमंत को बर्खास्त कर दिया गया है। बता दें कि 7 सितंबर को एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वार्ड नंबर 20 के पास तीन मनोरोगी चिलम फूंकते नजर आ रहे हैं, जिसके बाद निदेशक डॉ. दिनेश राठौर ने डॉ. ब्रजेश अग्रवाल, प्रो अनिल कुमार सिसौदिया और डॉ. पार्थ सिंह बघेल के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की। जांच में यह बात निकलकर सामने आई कि तीनों मरीजों को इसी साल एडमिट किया गया था।
मनोरोगियों ने बताया की वार्ड अटेंडेंट उन्हें कोने में ले गया और कहा कि आज कुछ नया करेंगे। उसने फिर एक चिलम दी और उसमे बीड़ी तोड़कर डाल दी और कहा धुंआ निकालो। फिर वह वीडियो बनाने लगा। जांच में यह भी बात सामने आई कि अटेंडेंट हेमंत वार्ड में ड्यूटी नहीं करना चाहता था, इसलिए उसने वीडियो को वायरल कर दिया। जांच रिपोर्ट के बाद हेमंत को सेवा बर्खास्त कर दिया गया है। अस्पताल प्रशासन ने साफ किया है कि ऐसे कर्मचारी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और मरीजों की देखभाल के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।