प्रवर्तन निदेशालय ने को ऑपरेटिव बैंक घोटाले में डिप्टी सीएम अजित पवार पर बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने 65.75 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया है। इसके साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ी एक चीनी मिल को भी अटैच किया है। ईडी की ओर से जब्त की गई संपत्ति में कोरेगांव के चिमनगांव स्थित चीनी मिल की जमीन, इमारत, प्लांट और मशीन शामिल हैं।
मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय ने को ऑपरेटिव बैंक घोटाले में डिप्टी सीएम अजित पवार पर बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने 65.75 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया है। इसके साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ी एक चीनी मिल को भी अटैच किया है। ईडी की ओर से जब्त की गई संपत्ति में कोरेगांव के चिमनगांव स्थित चीनी मिल की जमीन, इमारत, प्लांट और मशीन शामिल हैं।
ईडी ने अपने एक बयान में कहा कि जब्त संपत्तियों का मालिकाना हक मेसर्स गुरु कमोडिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के पास है और इसे मेसर्स जरंडेश्वर सहकारी शुगर कारखाना को लीज पर दिया गया।
ईडी की माने तो, जरंडेश्वर सहकारी शुगर कारखाने की ज्यादात हिस्सेदारी मेसर्स स्पार्कलिंग सॉयल प्राइवेट लिमिटेड के पास है और ये कंपनी महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार और उनकी पत्नी सुनेत्रा से जुड़ी हुई है। वहीं, इसको लेकर डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि एजेंसियों के पास जांच का अधिकार है। इससे पहले सीआईडी और एसीबी ने जांच की थी।