अपनी मांगों को लेकर किसान फरवरी से शंभू बॉर्डर पर मोर्चा लागाकर बैठे हैं। अब किसानों ने दिल्ली कूच का एलान कर दिया। किसानों ने इसे 'दिल्ली चलो' आंदोलन नाम दिया है, जिसमें शंभू बॉर्डर पर 8 महीने (13 फरवरी) से धरना दे रहे किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली के बिना पैदल ही दिल्ली की तरफ बढ़ने का प्रयास किए।
Farmers Protest: अपनी मांगों को लेकर किसान फरवरी से शंभू बॉर्डर पर मोर्चा लागाकर बैठे हैं। अब किसानों ने दिल्ली कूच का एलान कर दिया। किसानों ने इसे ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन नाम दिया है, जिसमें शंभू बॉर्डर पर 8 महीने (13 फरवरी) से धरना दे रहे किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली के बिना पैदल ही दिल्ली की तरफ बढ़ने का प्रयास किए। आज 101 किसानों का पहला जत्था रवाना होने की कोशिश में शंभू बॉर्डर पर जुटा हुआ है। हालांकि, पुलिस उन्हें आगे जाने की इजाजत नहीं दे रही है।
किसान आंदोलन को देखते हुए हरियाणा-और दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। ड्रोन और वाटर कैनन का अरेंजमेंट भी किया गया है। वहीं, शंभू बॉर्डर पर किसानों ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो उन्हें पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद किसान बैरिकेड की एक लेयर को हटा दिया और आगे बढ़ने लगे। इस दौरान किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इसमें कई किसान जख्मी हो गए हैं।
वापस लाैटा जत्था
पुलिस की तरफ से गोले छोड़े जाने का सिलसिला जारी है। अब तक करीब 26 से ज्यादा गोले छोड़े जा चुके हैं। दूसरी तरफ 101 किसानों का जो जत्था बाॅर्डर पर की गई बैरिकेडिंग तक पहुंचा था, वह अब वापस लौट आया है।
पंधेर ने मरजीवड़े जत्थे को वापस बुलाया
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने मंच से एलान कर मरजीवड़े जत्थे को वापस बुला लिया है। पंधेर उन्हें खुद लेने पहुंचे। अब मीटिंग के बाद निर्णय लिया जाएगा। सभी किसान वापस मंच पर लौट आए हैं। साथ ही कहा, ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसानों पर हमला किया गया। हम फिर से रणनीति बनाएंगे, लेकिन आज आगे नहीं बढ़ेंगे।