अंडर-20 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में अंतिम पंघाल (Antim Panghal) लगातार दूसरी बार अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियन (Under-20 World Champion) बनी हैं। उन्होंने शुक्रवार को 53 भार वर्ग के फाइनल में यूक्रेन की मारिया येफरेमोवा को 4-0 से चारों खाने चित्त कर स्वर्ण जीता। वह बीते वर्ष पहली बार अंडर-20 विश्व चैंपियन बनी थीं। अंतिम वही पहलवान हैं जिन्होंने विनेश फोगाट को एशियाड में सीधे प्रवेश दिए जाने का विरोध करते हुए धरना दिया था। हालांकि, बाद में विनेश ने घुटने के आपरेशन के चलते एशियाड से नाम वापस ले लिया।
Wrestling News: अंडर-20 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में अंतिम पंघाल (Antim Panghal) लगातार दूसरी बार अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियन (Under-20 World Champion) बनी हैं। उन्होंने शुक्रवार को 53 भार वर्ग के फाइनल में यूक्रेन की मारिया येफरेमोवा को 4-0 से चारों खाने चित्त कर स्वर्ण जीता। वह बीते वर्ष पहली बार अंडर-20 विश्व चैंपियन बनी थीं। अंतिम वही पहलवान हैं जिन्होंने विनेश फोगाट को एशियाड में सीधे प्रवेश दिए जाने का विरोध करते हुए धरना दिया था। हालांकि, बाद में विनेश ने घुटने के आपरेशन के चलते एशियाड से नाम वापस ले लिया।
अंतिम (Antim Panghal), गुरुवार को लगातार तीन बाउट जीतकर अंडर-20 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप (Under-20 World Wrestling Championship) के फाइनल में पहुंची थीं। उन्होंने स्वर्ण पदक के सफर में सिर्फ दो अंक गंवाएं। अंतिम ने विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को एशियाड में सीधे प्रवेश दिए जाने का विरोध करते हुए धरना दिया था। हालांकि, बाद में विनेश ने घुटने के आपरेशन के चलते एशियाड से नाम वापस ले लिया। अंतिम विनेश को एशियाड टीम में सीधे चुने जाने पर कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था। उन्होंने अप्रैल माह में एशियाई चैंपियनशिप में इसी भार में रजत भी जीता।
अंतिम पंघाल (Antim Panghal) ने साबित कर दिया कि एशियाई खेलों के ट्रायल के लिए विनेश फोगाट को चुनौती देना अति आत्मविश्वास नहीं था। पिछले साल वह जूनियर विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थीं और अब सीनियर स्तर पर भी खेलती हैं।
अंडर-20 विश्व टीम चैंपियनशिप भारत की बेटियों के रही नाम
कुश्ती के इतिहास में पहली बार बेटियों ने अंडर-20 विश्व टीम चैंपियनशिप भी अपने नाम की। इस प्रतियोगिता में रोहतक की सविता ने 62 भार वर्ग में स्वर्ण जीता। अंतिम कुंडू 65 भार वर्ग में दुर्भाग्यशाली रहीं और फाइनल में नहीं जीत पाईं। उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा। रीना (57), आरजू (68) और हर्षिता (72) ने कांस्य पदक जीते। रीना ने कांस्य पदक की लड़ाई में कजाखस्तान की शुगायला ओमिरबेक को 9-4 से पराजित किया। आरजू और हर्षिता ने कांस्य पदक जीतकर भारत को महिलाओं की टीम चैंपियनशिप दिलाई।