Arvind Kejriwal Arrested : पिछले दिनों ईडी ने कथित शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) को गिरफ्तारी किया था। इस मामले में आप के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुरजोर विरोध प्रदर्शन किया था। इसके अलावा अमेरिका, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र के राजनयिकों ने बयान जारी करते हुए भारत पर नजर बनाए रखने की बात कही थी। जिसको लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S Jaishankar) ने इन देशों को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की सख्त चेतावनी दी है।
Arvind Kejriwal Arrested : पिछले दिनों ईडी ने कथित शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) को गिरफ्तारी किया था। इस मामले में आप के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुरजोर विरोध प्रदर्शन किया था। इसके अलावा अमेरिका, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र के राजनयिकों ने बयान जारी करते हुए भारत पर नजर बनाए रखने की बात कही थी। जिसको लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S Jaishankar) ने इन देशों को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की सख्त चेतावनी दी है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर (CM Arvind Kejriwal) ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत के आंतरिक मामलों में बेवजह की टीका-टिप्पणी से बचना चाहिए। दूसरे देशों को अपनी मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। इस तरह के किसी भी हस्तक्षेप पर सख्त जवाब मिलेगा। जयशंकर ने मीडिया बातचीत में कहा, ‘किसी ने संयुक्त राष्ट्र के एक व्यक्ति से (केजरीवाल की गिरफ्तारी के बारे में) पूछा, और उन्होंने कुछ जवाब दिया। लेकिन अन्य मामलों में, मैं बहुत स्पष्ट रूप से कहूंगा कि ये पुरानी आदतें हैं, बुरी आदतें हैं।’
जयशंकर ने आगे कहा, ‘देशों के बीच एक खास मर्यादा है। हम संप्रभु देश हैं, हमें एक दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, हमें एक दूसरे की राजनीति के बारे में टीका-टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि शिष्टाचार और परंपराओं का अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पालन किया जाना चाहिए। अगर कोई देश भारत की राजनीति पर टिप्पणी करता है तो उन्हें हमसे बहुत कड़ा जवाब मिलेगा और यह हुआ भी है।
विदेश मंत्री ने कहा, ‘हम विश्व के सभी देशों से आग्रह करते हैं कि दुनिया के बारे में आपके अपने विचार हैं, लेकिन किसी भी देश को खासकर दूसरे देश की राजनीति पर टिप्पणी करने का किसी को अधिकार नहीं है।’ इससे पहले विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने केजरीवाल के लिए निष्पक्ष कानूनी प्रक्रिया के अमेरिकी विदेश मंत्रालय के आह्वान के विरोध में उसके एक वरिष्ठ राजनयिक को तलब किया था। इसी तरह का विरोध जर्मनी के समक्ष भी दर्ज कराया गया।