France Elections: फ्रांस में संसदीय चुनाव के नतीजों में मुस्लिम विरोधी कहा जाने वाला दक्षिणपंथी धड़ा तीसरे स्थान पर खिसक गया है। इस चुनाव में वामपंथी दलों के गठबंधन को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं, जबकि राष्ट्रपति मैक्रों की पार्टी दूसरे नंबर पर है। हालांकि, चुनाव में कोई भी दल बहुमत नहीं हासिल कर सका है, जिससे फ्रांस में अनिश्चितता की ऐसी स्थिति बन गई है। वहीं, चुनाव के नतीजों के बीच फ्रांस में हिंसा की खबरें सामने आयी हैं।
France Elections: फ्रांस में संसदीय चुनाव के नतीजों में मुस्लिम विरोधी कहे जाने वाले दक्षिणपंथी धड़ा तीसरे स्थान पर खिसक गया है। इस चुनाव में वामपंथी दलों के गठबंधन को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं, जबकि राष्ट्रपति मैक्रों की पार्टी दूसरे नंबर पर है। हालांकि, चुनाव में कोई भी दल बहुमत नहीं हासिल कर सका है, जिससे फ्रांस में अनिश्चितता की ऐसी स्थिति बन गई है। वहीं, चुनाव के नतीजों के बीच फ्रांस में हिंसा की खबरें सामने आयी हैं।
फ्रांस के 577 सीटों वाले निचले सदन नेशनल असेंबली में बहुमत के लिए 289 सीटों पर जीत जरूरी है, लेकिन कोई भी गठबंधन बहुमत तक नहीं पहुंच पाया है, यहां सबसे बड़े गुट बनकर उभरे वामपंथी न्यू पॉपुलर फ्रंट गठबंधन को 182 सीटें मिली हैं। वहीं मैक्रों की रेनेसां पार्टी के गठबंधन को 168 सीटें, जबकि धुर दक्षिणपंथी रैसेमबलेमेंट नेशनल और उसके सहयोगियों को 143 सीटें मिली हैं। वहीं, वामपंथी गठबंधन को ज्यादा सीटें मिलने की वजह से राजधानी पेरिस समेत पूरे देश में हिंसा भड़क गई।
चुनाव के नतीजों के बीच फ्रांस में फैली हिंसा के कुछ ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिनमें नकाबपोश उपद्रवी को सड़कों पर उत्पात मचाते और कई जगहों पर आग लगाते हुए नजर आ रहे हैं। हिंसक झड़पों के बीच कई जगह पर पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया है। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने राजनीतिक तनाव बढ़ने की आशंका के चलते पूरे देश में 30,000 दंगा विरोधी पुलिस तैनात कर दी है।