गरुड़ पुराण में जीवन का दिव्य ज्ञान है। पक्षीराज गरुड़ के नाम पर यह इस ग्रंथ का नाम गरुड़ पुराण पड़ा। गरुड़ पुराण में जीवन और मोक्ष के कुछ रहस्यों के बारे में बताया गया है।
Garuda Purana Lessons : गरुड़ पुराण में जीवन का दिव्य ज्ञान है। पक्षीराज गरुड़ के नाम पर यह इस ग्रंथ का नाम गरुड़ पुराण पड़ा। गरुड़ पुराण में जीवन और मोक्ष के कुछ रहस्यों के बारे में बताया गया है। इस पुराण मे बताया गया है कि जीवन में कर्मों के हिसाब से लौकिक और पारलौकिक फलों की प्राप्ति भी होती है। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, धार्मिक कार्य जैसे कि पूजा-पाठ करते हैं तो इसका कोई फल प्राप्त नहीं होता, उल्टा आप पाप के भागी बनते हैं।इस पुराण में मनुष्य के कर्मो के लेखा-जोखा बताया गया है।
पराए घर में ज्यादा देर न ठहरें
अपना घर अपना ही होता है और वहां रहने से सबसे अधिक सम्मान प्राप्त होता है। यह केवल कहने वाली बात नहीं है, बल्कि सामाजिक रूप से जांच-परखा उदाहरण है। इसलिए कहते हैं कि एक स्त्री को पराए घर में अधिक समय नहीं रहना चाहिए। पुराणों में बताया गया है कि स्नान करने के लिए हमेशा स्वच्छ जल का ही प्रयोग करें और हमेशा प्रात: काल में ही स्नान करें। ऐसे स्नान से पाप कर्म भी नष्ट हो जाते हैं
1.गरुड़ पुराण के अनुसार, यदि कोई पुरुष महिला की तरह व्यवहार करता है तो उस पुरुष की आत्मा अगले जन्म में महिला का रूप लेती है।
2.जो व्यक्ति अपने किसी दोस्त को धोखा देता है या ठगता है तो अगले जन्म में वह पहाड़ों पर रहने वाला गिद्ध बनता है।
3.यदि कोई व्यक्ति धर्म का पालन नहीं करता और धर्म का विरोध करता है तो वह व्यक्ति अगले जन्म में कुत्ता या गधा बनता है।