सनातन धर्म में सभी प्रकार की पूजा और अनुष्ठान में मां गंगा की पूजा की जाती है। भक्त गण अपने घर में भी पवित्र गंगा जल सहेज कर रखते है। घर की शुद्धि के लिए गंगा जल का प्रयोग करने की परंपरा है।
घर में गंगाजल रखने के नियम
घर में गंगा जल रखने के लिए दिशा का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। सही दिशा में रखा गया गंगाजल हमें सकारात्मक परिणाम देता है। इसे ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में रखना शुभ माना गया है। यह देवताओं की दिशा है जो पॉजिटिविटी देती है।
घर के मंदिर में गंगाजल रखने के नियम
हर घर में भगवान का मंदिर जरूर होता है। गंगाजल को घर के मंदिर में स्थापित किया जा सकता है। ऐसा करने से हमें देवी देवताओं का आशीर्वाद मिलता है तथा सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। गंगाजल को तांबे, पीतल, चांदी या फिर मिट्टी के बर्तन में रखना चाहिए। इसे प्लास्टिक के बर्तन में ना रखें। गंगाजल को साफ़-सुथरी जगह पर रखना चाहिए। गंगाजल को गंदे या अंधेरे में नहीं रखना चाहिए।
गंगाजल को सीधी धूप या तेज रोशनी से दूर रखना चाहिए। गंगाजल को झूठे या गंदे हाथों से नहीं छूना चाहिए।
नियमित छिड़काव
गंगाजल का घर में नियमित छिड़काव करना शुभ माना गया है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मकता का संचार करता है। जिस घर की एनर्जी पॉजिटिव रहती है, वहां सुख-समृद्धि स्वयं चली आती है।