गूगल ने अपने उन सभी 28 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है, जो कंपनी के जरिए इसराइल के साथ किए गए एक कॉन्ट्रेक्ट के विरोध में दफ्तर परिसर के बाहर प्रोटेस्ट कर रहे थे।
Google Fired Protesting Employees : गूगल ने अपने उन सभी 28 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है, जो कंपनी के जरिए इसराइल के साथ किए गए एक कॉन्ट्रेक्ट के विरोध में दफ्तर परिसर के बाहर प्रोटेस्ट कर रहे थे। इजरायल के साथ किए गए कॉन्ट्रैक्ट प्रोजेक्ट निंबस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए कर्मचारियों ने गूगल क्लाउड के दफ्तर को अपने कब्जे में ले लिया था। इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए 28 कर्मचारियों को कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया।
ये कर्मचारी कंपनी से डिमांड कर रहे थे कि इजरायली सरकार को दी जा रही AI और क्लाउड सेवाएं रोक दी जाए। कर्मचारियों ने इजरायल के साथ हुए 1.2 बिलियन डॉलर के प्रोजेक्ट निंबस को समाप्त करने की मांग रखी। जब प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी नहीं माने तो उन्हें गिरफ्तार किया गया।
कंपनी का साफ कहना है कि इस तरह का व्यवहार करने वाले कर्मचारियों की कंपनी में कोई जगह नहीं है। ऐसा व्यवहार बिलकुल स्वीकार नहीं किया जाएगा। आगे भी कोई ऐसा करता है तो उसे भी बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
ये प्रदर्शन ‘नो टेक फॉर अपारथाइड’ नाम से समूह के नेतृत्व में हो रहा था। जिसका कहना है कि कर्मचारियों को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का अधिकार है। उन्हें नौकरी से निकालकर बदले की कार्रवाई की जा रही है।
अपने स्टाफ को गूगल की तरफ से कहा गया कि कंपनी के कर्मचारी अच्छा काम करते हैं. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि कर्मचारियों की ऐसी हरकतों को नजरअंदाज किया जाएगा। गूगल ने अपने कर्मचारियों के लिए स्टेटमेंट जारी की। जिसमें उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों को बाहर निकाला गया है, उन्होंने दूसरे कर्मचारियों के काम में बाधा डाली। कर्मचारियों को सुविधाओं तक पहुंचने से रोका गया। जो कंपनी की नीति का उल्लंघन है।