हरीतकी या हर्र को चूर्ण बनाकर खाया जाए तो कई बीमारियों में फायदा करता है। इस चूर्ण को डेली गुनगुने पानी के साथ सेवन करना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों के लिए हर्र या हरितकी का चूर्ण फायदेमंद होता है।
Benefits of myrrh or haritaki powder: औषधीय गुणों से भरपूर हरण या हर्र में विटामिन सी, विटामिन के, अमीनो एसिड, मैग्नीशियम और कई तरह के पोषक तत्व पाये जाते है। आयुर्वेद में हर्र को कई बीमारियों के इलाज के लिए यूज किया जाता है। हर्र का सेवन करने से न सिर्फ शुगर कंट्रोल होती है बल्कि पाचन भी बेहतर होता है।
हरीतकी या हर्र को चूर्ण (haritaki powder) बनाकर खाया जाए तो कई बीमारियों में फायदा करता है। इस चूर्ण को डेली गुनगुने पानी के साथ सेवन करना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों के लिए हर्र या हरितकी का चूर्ण फायदेमंद होता है।
इसका सेवन करने से अचानक इंसुलिन स्पाइक नहीं होता और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में हेल्प करता है। इतना ही नहीं डेली इसके चूर्ण का सेवन करने से अधिक प्यास लगना, वजन घटना, बार बार पेशाब लगने जैसी दिक्कतों में आराम मिलती है।
हर्र या हरीतकी के चूर्ण (haritaki powder) का डेली सेवन करने से इम्युनिटी बूस्ट होती है। इसमें विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में पाये जाते है। जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। डेली गुनगने पानी के साथ हरीतकी चूर्ण का सेवन करने से कई बीमारियों से रक्षा होती है।
इतना ही नहीं हरीतकी चूर्ण (haritaki powder) दांतो की कई दिक्कतों में भी आराम पहुंचाता है। इसका सेवन करने से दांतों में दर्द, मुंह में छाले और मसूड़ों की सूजन में राहत मिलती है। हरीतकी चूर्ण में एंटी बैक्टीरियल गुण पाये जाते है जो कैविटीज से छुटकारा दिलाने में हेल्प करते है।