हरियाणा के ADGP आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या (IPS Puran Suicide Case) के दो दिन बाद गुरुवार रात करीब 10.40 बजे चंडीगढ़ पुलिस (Chandigarh Police) ने हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर (Haryana DGP Shatrughan Kapoor) और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया (SP Narendra Bijarnia) समेत सुसाइड नोट में शामिल 15 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।
चंडीगढ़। हरियाणा के ADGP आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या (IPS Puran Suicide Case) के दो दिन बाद गुरुवार रात करीब 10.40 बजे चंडीगढ़ पुलिस (Chandigarh Police) ने हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर (Haryana DGP Shatrughan Kapoor) और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया (SP Narendra Bijarnia) समेत सुसाइड नोट में शामिल 15 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। सभी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 108(आत्महत्या के लिए उकसाना), 3(5), 3(1)(आर) और एससीएसटी एक्ट (SC/ST Act) के तहत केस दर्ज किया गया है।
पीड़ित परिवार लगातार एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहा था। हरियाणा की आईएएस लॉबी भी अमनीत पी कुमार के साथ थी। कुछ अधिकारी गुरुवार को उनके घर भी आए थे। परिवार ने चेतावनी दी थी कि जब तक सभी आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होगी तब तक वह पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे। पहले कहा जा रहा था कि पूरन कुमार की एक बेटी ने अमेरिका से वापस आना था इसलिए भी पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को रोका गया था।
जानकारी के अनुसार, बीते रोज सीएम नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) ने पूरन सिंह के परिवार से मुलाकात की थी। वहीं, अब हरियाणा सिविल सर्विस ऑफिसर एसोसिएशन (Haryana Civil Service Officers Association) ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिख चीफ सेक्रेटरी समेत सभी आरोपियों को पद से हटाने की मांग की है। इस संबंध में गृहमंत्री और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (Chief Justice of India) को पत्र भेजा गया है। उधर, एफआईआर के बाद आईपीएस वाई पूरन कुमार के परिवार ने पोस्टमार्टम के लिए हामी भर दी है अब पोस्टमार्टम किया जाएगा परिवार की मांग पर ही पीजीआई के डॉक्टर का मेडिकल बोर्ड गठित किया जाएगा। इससे पहले गर्वनमेंट मेडिकल कालेज एवं अस्पताल सेक्टर-32 का मेडिकल बोर्ड किया गया था, लेकिन परिवार उस पर राजी नहीं हुआ। वहीं, अफसर की बेटी का भी अमेरिका से आने का इंतजार किया जा रहा था।