एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने खरीफ की बुवाई शुरू होने से पहले उत्तर प्रदेश के हरदोई और लखनऊ जिलों में 20,000 किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीच दान करने का फैसला किया है। एचसीएल समुदाय के निदेशक आलोक वर्मा से पीटीआई-भाषा से कहा कि कंपनी 2015 से दोनों जिलों की 164 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक स्तर पर कृषि एवं स्वास्थ्य सहित कई क्षेत्रों में काम करती आ रही है।
30 मई कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच आईटी सेवा कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने खरीफ की बुवाई शुरू होने से पहले उत्तर प्रदेश के हरदोई और लखनऊ जिलों में 20,000 किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीच दान करने का फैसला किया है। कंपनी यह भी सुनिश्चित कर रही है कि हरदोई किसान फार्मर्स प्रोड्यूसर्स आर्गेनाइजेशन के पास बिक्री के लिए उर्वरक और कीटनाशक जैसे दूसरी सामग्री समय से और पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो।
एचसीएल समुदाय के निदेशक आलोक वर्मा से पीटीआई-भाषा से कहा कि कंपनी 2015 से दोनों जिलों की 164 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक स्तर पर कृषि एवं स्वास्थ्य सहित कई क्षेत्रों में काम करती आ रही है। वर्मा ने कहा कि इस बार ग्रामीण इलाकों में स्थिति अलग है। लॉकडाउन के समय गुणवत्तापूर्ण कृषि सामग्री, खासकर बीज हासिल करना मुश्किल हो गया है। कंपनी ने कहा कि कुछ किसान लॉकडाउन में परिवहन सुविधा की कमी की वजह से रबी की फसल मंडियों में नहीं ले जा पा रहे हैं। इसे देखते हुए एचसीएल संग्रह केंद्रों की सुविधा बढा़ने में लगी है ताकि उनकी फसल बाजार तक पहुंचे। यह पहल एचसीएल समुदाय के तहत की जा रही है जो एचसीएल टेक्नोलॉजीज की परोपकार इकाई एचसीएल फाउंडेशन का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।
लॉकडाउन के समय गुणवत्तापूर्ण कृषि सामग्री, खासकर बीज हासिल करना मुश्किल हो गया है। एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने खरीफ की बुवाई शुरू होने से पहले उत्तर प्रदेश के हरदोई और लखनऊ जिलों में 20,000 किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीच दान करने का फैसला किया है। एचसीएल समुदाय के निदेशक आलोक वर्मा ने कहा कि इस lockdown के समय में यह कदम किसानो के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगा।