काढ़ा एक आयुर्वेदिक उपचार है, जिसे मौसमी बीमारियों से लड़ने में हेल्प करता है। इस उपचार के लिए आपको घर के बाहर जाने की जरुरत नहीं आपके घर के किचन में मौजूद मसालों से आप काढ़ा बना सकते है। इसे पीकर दिक्कत में आराम पा सकते है।
सर्दी का मौसम शुरु हो चुका है। ऐसे में कई लोगो को छोटी मोटी दिक्कतों के लिए दवा खाना स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता है। ऐसे में कई लोग काढ़ा या घरेलू उपचार के द्वारा इन दिक्कतों से छुटकारा पाते है। इतना ही नहीं ठंड के मौसम में पाचन की दिक्कत हो जाती है। सर्दियों में सर्दी, खांसी, जुकाम समेत कई दिक्कत होने पर घरेलू उपचार की हेल्प कर सकते है।
काढ़ा एक आयुर्वेदिक उपचार है, जिसे मौसमी बीमारियों से लड़ने में हेल्प करता है। इस उपचार के लिए आपको घर के बाहर जाने की जरुरत नहीं आपके घर के किचन में मौजूद मसालों से आप काढ़ा बना सकते है। इसे पीकर दिक्कत में आराम पा सकते है।
तुलसी का काढ़ा सर्दी, जुकाम और खांसी में बेहद फायदेमंद होता है। तुलसी के काढ़े को बनाने के लिए एक पैन में पानी को उबाल लें। अब इसमें एक छोटा चम्मच काली मिर्च, एक चम्मच दालचीनी पाउडर और एक छोटा चम्मच कसा हुआ अदरक डाल दें। इसे अच्छी तरह से पका लें। जब यह आधा रह जाए तो इसे छानकर ठंडा करके पी लें। यह काढ़ा न सिर्फ सर्दी जुकाम में आराम देगा बल्कि इम्युनिटी को बढ़ाने में हेल्प करेगा। साथ ही पाचन ही बेहतर करता है।
दालचीनी का काढ़ा भी बेहद फायदेमंद होता है। इसे बनाने के लिए एक पैन में एक से दो कप पानी उबालें इसमें दालचीनी पाउडर डाल लें। जब यह अच्छी तरह से उबल जाए तो एक चम्मच शहद मिक्स करके पी ले।
अजवाइन का सेवन करने से शरीर की कई दिक्कतों में आराम मिलता है। अजवाइन का काढ़ा बनाने के लिए एक पैन में पानी और दो चम्मच अजवाइन को उबाल लें। इसे पी लें । इसे पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है पाचन भी बेहतर होता है।