T20 World Cup 2024: टी20 वर्ल्ड कप 2024 यूएसए और वेस्टइंडीज़ की मेज़बानी में खेला गया, इस टूर्नामेंट भारत ने जीत हासिल करके 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया। लेकिन यूएसए जैसे बड़े देश में पहली बार क्रिकेट का इतना बड़ा इवेंट आयोजित करना अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) के लिए घाटे का सौदा साबित हुआ है। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूएसए को टी20 वर्ल्ड कप 2024 की मेजबानी सौंपने से आईसीसी को 160 करोड़ से ज़्यादा नुकसान झेलना पड़ा है।
T20 World Cup 2024: टी20 वर्ल्ड कप 2024 यूएसए और वेस्टइंडीज़ की मेज़बानी में खेला गया, इस टूर्नामेंट भारत ने जीत हासिल करके 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया। लेकिन यूएसए जैसे बड़े देश में पहली बार क्रिकेट का इतना बड़ा इवेंट आयोजित करना अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) के लिए घाटे का सौदा साबित हुआ है। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूएसए को टी20 वर्ल्ड कप 2024 की मेजबानी सौंपने से आईसीसी को 160 करोड़ से ज़्यादा नुकसान झेलना पड़ा है।
दरअसल, क्रिकेट के वैश्विक स्तर पर प्रचार-प्रसार के इरादे से आईसीसी ने यूएसए को टी20 वर्ल्ड कप 2024 के सह-मेजबान के रूप में चुना था। टूर्नामेंट के लिए न्यूयॉर्क में अस्थाई नासाउ काउंटी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाया गया था, जिसे बाद में समाप्त कर दिया गया था। इसके अलावा, फ्लोरिडा के सेंट्रल ब्रोवार्ड पार्क और ब्रोवार्ड काउंटी स्टेडियम और टेक्सास के ग्रैंड प्रेयरी क्रिकेट स्टेडियम में भी टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज के मैच खेले गए थे। टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के अनुसार, यूएसए को टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए होस्ट बनना आईसीसी को बहुत महंगा पड़ गया। आईसीसी ने यहां से 160 करोड़ से ज़्यादा का नुकसान झेला।
बता दें कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 ऐतिहासिक साबित हुआ, जिसमें पहली बार 20 टीमों ने हिस्सा लिया। इस दौरान के भारत और पाकिस्तान समेत कई टीमों के ग्रुप स्टेज के मैच यूएसए में आयोजित किए गए थे, जबकि ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड जैसी कई टीमों ने ग्रुप स्टेज के मुकाबले वेस्टइंडीज़ में खेले थे। ग्रुप स्टेज के बाद टूर्नामेंट वेस्टइंडीज शिफ्ट हो गया था, जहां सुपर-8, सेमीफाइनल और फाइनल मैच खेले गए।