देश में चाय के शौंकीनों की कमी नहीं है। कई लोग सुबह से लेकर दोपहर और फिर शाम से लेकर रात तक न जाने कितनी चाय पीते रहते है। वहीं कुछ लोग ऑफिस में दोपहर की सुस्ती से बचने के लिए कई बार चाय पी लेते है। इतना अधिक चाय आपकी सेहत को खराब कर सकती है।
देश में चाय के शौंकीनों की कमी नहीं है। कई लोग सुबह से लेकर दोपहर और फिर शाम से लेकर रात तक न जाने कितनी चाय पीते रहते है। वहीं कुछ लोग ऑफिस में दोपहर की सुस्ती से बचने के लिए कई बार चाय पी लेते है। इतना अधिक चाय आपकी सेहत को खराब कर सकती है।
दोपहर में चाय पीने से हमारी नींद पर पड़ सकता है। चाय में मौजूद कैफीन एक नेचुरल स्टिमुलेटर है है जो दिमाग को जगा हुआ रखता है। दोपहर के समय चाय पीने से पॉवर नैप लेने या दिन में आराम करने में परेशानी हो सकती है और नींद की गुणवत्ता में कमी आ सकती है। ये हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
चाय में टैनिन्स होते हैं, जो पाचन को खराब कर सकता है। दोपहर में चाय पीने से पेट से संबंधित कई दिक्कतें होने लगती है जैसे एसिडिटी, गैस और पेट में जलन हो सकती है। खासकर अगर आप खाली पेट चाय पीते हैं, तो यह समस्याएं और बढ़ सकती हैं। इससे हमारे दैनिक जीवन की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।
चाय में टैनिन्स और अन्य कंपाउंड्स होते हैं जो हमारे शरीर में आयरन के अवशोषण को कम कर सकते हैं। दोपहर के भोजन के तुरंत बाद चाय पीने से भोजन में मौजूद आयरन का सही तरीके से अवशोषण नहीं हो पाता। इससे आयरन की कमी हो सकती है, जो एनीमिया और कमजोरी जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है।
कैफीन का हद से ज्यादा सेवन हमारे मूड पर भी असर डाल सकता है। दोपहर में चाय पीने से मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन और अनिद्रा की समस्या हो सकती है। कैफीन से पैदा होने वाली इंस्टेंट एनर्जी के बाद आने वाली थकान और सुस्ती भी हमारे मूड को प्रभावित कर सकती है।
चाय में कैफीन होता है जो एक डायूरेटिक है। इसका मतलब है कि यह शरीर में पानी की मात्रा को कम कर सकता है और बार-बार पेशाब आने की समस्या पैदा कर सकता है। दोपहर में चाय पीने से डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है, खासकर यदि आप पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं।