किडनी में पथरी होना बेहद आम समस्या है। किडनी में पथरी में भंयकर दर्द होती है। बड़ी पथरी होने पर सर्जरी बहुत जरुरी है। जबकि छोटी पथरी होने पर घरेलू उपायों से सही किया जा सकता है।
किडनी में पथरी होना बेहद आम समस्या है। किडनी में पथरी में भंयकर दर्द होती है। बड़ी पथरी होने पर सर्जरी बहुत जरुरी है। जबकि छोटी पथरी होने पर घरेलू उपायों से सही किया जा सकता है।
गुर्दे की पथरी किसी को भी हो सकती है। पथरी का आकार छोटा या बड़ा हो सकता है। यह एक से अधिक भी हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि छोटी पथरी पेशाब के साथ निकल सकती है। जबकि बड़ी पथरी को निकालने में काफी मुश्किल होती है। साथ ही इसमें असहनीय दर्द होता है।
कम पानी पाने, यूटीआई, पेशाब का अधिक एसिडिक होना आदि शामिल है। किडनी की पथरी लक्षणों के निचले हिस्से में , पेट या मूत्र पथ में गंभीर दर्द होता है। कुछ लोगो को उल्टी या जी मिचलाना, बार बार पेशाब आना, ठंड लगनाया आत्यधिक पसीना आने का भी अनुभव हो सकता है।
किडनी में पथरी होने रक डेली कम से कम छह से आठ गिलास पानी पीना गुर्दे की पथरी को नेचुरली घोलने और बाहर निकालने का आसान उपाय माना जाता है। पानी के अलावा घर में तैयार किए ताजे फलों के जू, जैसे अनार का जूस, नींबू पानी या सूप भी पथरी में फायदा करता है।
तुलसी की चाय एसिडिक एसिड बढ़िया स्त्रोत है यह एक ऐ,ा घटक है जो पथरी के कारण होने वाले दर्द को कम करने मं उपयोगी है। किडनी की छोटी पथरी को गलाने में भी कारगर साबित हुआ है। तुलसी के एंटी लिथियासिस गुण पथरी के आकार को तोड़ने और सिकुड़ने के साथ साथ गठन को रोकने में हेल्प करता है।
संतरे का जूस, नींबू पानी, नारियल पानी जैसी लिक्विड चीजों को आपको अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। खाने में आपको ऐसी सब्जियों को शामिल करना चाहिए,जो फाइबर युक्त होती हैं आपको अपनी डाइट में मटर, फलियां, गाजर, मशरूम, खीरा इन सब्जियों को जरूर शामिल करना चाहिए। डिब्बा बंद चीजों से आपको दूरी बनाकर रखनी चाहिए।