India Canada Row, S Jaishankar's press conference in Washington DC: खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की हत्या (Khalistani Terrorist Nijjar Murder) को लेकर भारत और कनाडा में बढ़ते तनाव के बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने दस दिन के अमेरिका दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने शुक्रवार रात भारत-कनाडा विवाद (India-Canada Dispute) और राजनयिक संबंधों पर खुलकर अपनी बात रखी। भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि हमारे राजनयिक कर्मियों को कनाडा में लगातार धमकाया जा रहा है।
India Canada Row, S Jaishankar’s press conference in Washington DC: खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की हत्या (Khalistani Terrorist Nijjar Murder) को लेकर भारत और कनाडा में बढ़ते तनाव के बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने दस दिन के अमेरिका दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने शुक्रवार रात भारत-कनाडा विवाद (India-Canada Dispute) और राजनयिक संबंधों पर खुलकर अपनी बात रखी। भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि हमारे राजनयिक कर्मियों को कनाडा में लगातार धमकाया जा रहा है।
वाशिंगटन डीसी में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत कनाडा के लिए वीज़ा संचालन को निलंबित करना पसंद नहीं करता, लेकिन ऐसा करना पड़ा क्योंकि कनाडाई सरकार (Canadian Government) ने भारतीय पक्ष के लिए सेवाओं को संचालित करना “बहुत मुश्किल” कर दिया। उन्होंने कहा कि वे कनाडा में अपनी गतिविधियां जारी रखे हुए हैं और सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि हमारे राजनयिक कर्मियों को कनाडा में लगातार धमकाया (Threatened) जा रहा है। यह सब तब हो रहा है जब कनाडा ने अभी तक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के दावे का समर्थन करने के लिए कोई सबूत उपलब्ध नहीं कराया है।
भारत-कनाडा के बीच रिश्तों में खटास: एस. जयशंकर
एस जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद, उग्रवाद और हिंसा को लेकर कनाडा के साथ पिछले कुछ वर्षों से खटास चल रही है। हालांकि कनाडा के साथ वर्तमान में चल रहे तनाव को गतिरोध नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर कनाडा सरकार हमारे साथ विशिष्ट और प्रासंगिक कुछ भी साझा करने के लिए तैयार हैं, तो हम भी इस पर विचार करने के लिए तैयार हैं। लेकिन क्या आप हमें वह सबूत दे सकते हैं, जिनके आधार पर आपने भारत पर सवाल उठाए हैं।
निज्जर की हत्या को लेकर कनाडाई पीएम द्वारा लगाए गए आरोपों पर उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति भारत में हिंसा समेत कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल है, उसके प्रत्यर्पण अनुरोधों का भी कनाडा सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया।