प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शनिवार को सरयू नहर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी (Pm Modi) ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) को याद किया। साथ ही कहा कि जनरल रावत के निधन से देश को बड़ी क्षति हुई है। उनके जाने से हर राष्ट्रभक्त दुखी हुआ है।
बलरामपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शनिवार को सरयू नहर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी (Pm Modi) ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) को याद किया। साथ ही कहा कि जनरल रावत के निधन से देश को बड़ी क्षति हुई है। उनके जाने से हर राष्ट्रभक्त दुखी हुआ है।
उन्होंने कहा कि वो देश की आन-बान-शान के लिए समर्पित रहे। जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) जी जितने जांबांज थे, देश की सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जितनी मेहनत कर रहे थे, पूरा देश उसका साक्षी रहा है। इसके साथ ही हेलीकॉप्टर क्रैश में घायल विंग कमांडर वरुण सिंह (Varun Singh) के जल्द ही स्वस्थ्य होने की कामना की।
पीएम ने कहा कि, मैं मां पाटेश्वरी से उनके जीवन की रक्षा की प्रार्थना करता हूं। देश आज वरुण सिंह जी (Varun Singh) के परिवार के साथ है, जिन वीरों को हमने खोया है, उनके परिवारों के साथ है। इसके साथ ही पीएम मोदी (Pm Modi) ने कहा कि, सरयू प्रोजेक्ट से किसानों को फायदा पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि, देश की नदियों के जल के सदुपयोग हो, किसानों के खेत तक पर्याप्त पानी पहुंचे, ये सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का पूरा होना इस बात का सबूत है कि जब सोच ईमानदार होती है, तो काम भी दमदार होता है।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, सरकारी पैसा है तो मुझे क्या, ये सोच देश के संतुलित और संपूर्ण विकास में सबसे बड़ी रुकावट बन गई थी। इसी सोच ने सरयू नहर परियोजना को लटकाया भी, भटकाया भी। आज से करीब-करीब 50 साल पहले इस पर काम शुरु हुआ था और आज इसका काम पूरा हुआ है।
पीएम ने कहा कि, जब इस परियोजना पर काम शुरू हुआ था, तो इसकी लागत 100 करोड़ रुपए से भी कम थी। आज ये लगभग 10 हज़ार करोड़ रुपए खर्च करने के बाद पूरी हुई है। पहले ही सरकारों की लापरवाही की 100 गुना ज्यादा कीमत देश को चुकानी पड़ी है। उन्होंने कहा कि, सरयू नहर परियोजना में जितना काम 5 दशक में हो पाया था, उससे ज्यादा काम हमने 5 साल से पहले करके दिखाया है। यही डबल इंजन की सरकार है। यही डबल इंजन की सरकार के काम की रफ्तार है।