भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर तेजी से करवट ले रहा है। बड़े बदलाव के ट्रेंड्स देखने को मिल रहे हैं। ग्राहकों के बीच हाइब्रिड वाहनों पर भरोसा तेजी से बढ़ रहा है।
India Automobile Sector Trends : भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर तेजी से करवट ले रहा है। बड़े बदलाव के ट्रेंड्स देखने को मिल रहे हैं। ग्राहकों के बीच हाइब्रिड वाहनों पर भरोसा तेजी से बढ़ रहा है। इस के साथ ईवी की बिक्री को पीछे छोड़ दिया है। वाहन डैशबोर्ड (Vehicle Dashboard) के डेटा के मुताबिक, देश में अप्रैल से 11 जून के बीच 7500 प्रतिमाह के हिसाब से 15,000 ईवी बिकीं, जबकि हाइब्रिड की बिक्री 59,814 रही। प्योर इलेक्ट्रिक कारें 8 लाख रुपए से शुरू होती हैं, वहीं हाइब्रिड कारों की कीमत 17 लाख से शुरू है। मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley ) के अनुसार, फरवरी में अमेरिका में ईवी बिक्री की तुलना में हाइब्रिड की बिक्री पांच गुना तेजी से बढ़ी है।
ऑटो कंपनियों का हाइब्रिड पर फोकस
ऑटो कंपनियों के संगठन सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (Society of Indian Auto Mobile Manufacturers) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में हाइब्रिड कारों की बिक्री पिछले साल 30% से ज्यादा बढ़ी है। यही वजह है कि मारुति सुजुकी, टोयोटा जैसे जापानी वाहन निर्माता ईवी के बजाय हाइब्रिड पर जोर दे रहे हैं। हुंडई भी 2026 तक भारत में अपनी पहली हाइब्रिड कार लॉन्च करने की योजना बना रही है।
स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड
हाइब्रिड व्हीकल में पेट्रोल या डीजल जैसे इंटरनल कंबशन इंजन (आइस) के साथ ही इलेक्ट्रिक बैटरी भी होती है, जो वाहनों की रेंज और फ्यूल एफिशिएंसी बढ़ाने में मददगार है। दुनिया में पेट्रोल-डीजल चलित वाहनों के अलावा स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड, माइल्ड हाइब्रिड, प्लग इन हाइब्रिड और प्योर इलेक्ट्रिक वाहनों की लोकप्रियता बढ़ रही है।