Hamas Chief Ismail Haniyeh Killed: ईरान की राजधानी तेरहान में हमास चीफ इस्माइल हानिया (Ismail Haniyeh) की हत्या दुनियाभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। हानिया को मार गिराने में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ बताया जा रहा है। ईरान और हमास ने हानिया की हत्या के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, अब ईरान ने हमास चीफ की हत्या का बदला लेने के लिए इजरायल पर हमले का आदेश दिया है।
Hamas Chief Ismail Haniyeh Killed: ईरान की राजधानी तेरहान में हमास चीफ इस्माइल हानिया (Ismail Haniyeh) की हत्या दुनियाभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। हानिया को मार गिराने में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ बताया जा रहा है। ईरान और हमास ने हानिया की हत्या के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, अब ईरान ने हमास चीफ की हत्या का बदला लेने के लिए इजरायल पर हमले का आदेश दिया है।
दरअसल, हमास चीफ की हत्या को इजरायल की ओर से 7 अक्तूबर 2023 को अपने देश पर हजारों रॉकेट और मिसाइल से किए हमले के बदले के रूप में देखा जा रहा है। इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि इजरालय ने इस्माइल हानिया की हत्या आरोपों का न तो खंडन किया है और न ही स्वीकार किया। वहीं, तेरहान में हानिया की मौत का बदला लेने के लिए ईरान ने इजरायल पर हमले का आदेश दे दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में ईरान के तीन अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि ईरान के सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की इमरजेंसी मीटिंग के बाद सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह अली खामेनेई ने ईरानी सेना को इजरायल पर हमला करने का आदेश दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, ईरान किस तरह से और कितनी ताकत से इजरायल पर हमला करेगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है। माना जा रहा है कि बीते अप्रैल में तेल अवीव और हाइफा में इजरायली सैन्य ठिकानों पर किए गए हमले की तरह ही इस बार भी ईरान इसी तरह का ड्रोन और मिसाइल हमला कर सकता है। इस दौरान ईरान की उसके सहयोगी देश मदद कर सकते हैं। बता दें कि हानिया की मौत की खबर आने के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने कहा था कि हम उनके (हानिया) खून का बदला लेंगे क्योंकि यह हमारे क्षेत्र में हुआ है।
दूसरी तरफ, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर उनके देश पर किसी भी तरह का कोई हमला होता है तो उसकी भारी कीमत चुकानी होगी। इस्माइल हनिया के मारे जाने के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक बयान है।