Munshi Ram's Electric Bicycle: जम्मू कश्मीर के ऊधमपुर में 84 साल के बुजुर्ग मुंशी राम इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं। इसकी वजह है उनका द्वारा किया गया आविष्कार। दरअसल, मुंशी राम ने कबाड़ बैटरियों से एक सामान्य साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में बदल दिया। जिसके बाद उनकी इस इलेक्ट्रिक साइकिल (Electric Bicycle) को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं और साइकिल की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
Munshi Ram’s Electric Bicycle: जम्मू कश्मीर के ऊधमपुर में 84 साल के बुजुर्ग मुंशी राम इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं। इसकी वजह है उनका द्वारा किया गया आविष्कार। दरअसल, मुंशी राम ने कबाड़ बैटरियों से एक सामान्य साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में बदल दिया। जिसके बाद उनकी इस इलेक्ट्रिक साइकिल (Electric Bicycle) को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं और साइकिल की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंशी राम (Munshi Ram) ने पीएम मोदी की ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘ग्रीन इंडिया’ पहल से प्रेरित होकर इस इलेक्ट्रिक साइकिल का निर्माण किया। जिसको चार्ज करने के लिए उन्होंने सोलर प्लांट भी लगाया है। मुंशी राम के मुताबिक, उन्हें अपने पैतृक घर जानें में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, जो कि लगभग 31 किलोमीटर दूर है। कई बार वाहन न मिलने की वजह से उन्हें घर पहुंचने में देरी हो जाती थी। जिसके उन्होंने सामान्य साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में बदलने की ठान ली और वह सफल हुए।
मुंशी राम अपनी साइकिल को चार्ज करने के लिए इलेक्ट्रिसिटी के साथ-साथ सोलर एनर्जी का भी इस्तेमाल करते हैं। जिसके लिए उन्होंने अपने घर की छत पर सोलर प्लांट भी लगाया है। वह कहते हैं कि जब तक सांस हैं तब तक लगे रहो…जिस तरह पीएम मोदी (PM Modi) देश को आगे पहुंचाने में लगे हुए हैं और दुनिया में भारत का नाम कर दिया है। इसी से प्रेरित होकर हमने भी सोचा कि क्यों न ऐसी चीज बनाई जाए।