स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में भारतीय सेना के 48 राष्ट्रीय राइफल्स के एक कैप्टन शहीद हो गए, जबकि चार दहशतगर्दों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया है। अभी भी सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी है। बताया जा रहा है कि, इस एनकाउंटर में एक नागरिक को भी चोट लगी है।
Jammu and Kashmir: स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में भारतीय सेना के 48 राष्ट्रीय राइफल्स के एक कैप्टन शहीद हो गए, जबकि चार दहशतगर्दों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया है। अभी भी सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी है। बताया जा रहा है कि, इस एनकाउंटर में एक नागरिक को भी चोट लगी है।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो, डोडा के अस्सार इलाके में भारतीय सेना ने फिर सर्च अभियान चलाया। इस दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इस गोलीबारी में सेना के कैप्टन घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। बलिदानी कैप्टन दीपक 48 राष्ट्रीय राइफल से हैं।
कहा जा रहा है कि, कैप्टन ने आगे बढ़कर नेतृत्व किया। इस दौरान आतंकियों से मुठभेड़ में उनको गोली लग गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गय था। मंगलवार को उधमपुर की तहसील रामनगर के डूडू बसंतगढ़ के पहाड़ी क्षेत्र में चार आतंकवादी देखे गए थे। देर शाम आतंकियों की मौजूदगी पर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया। अपनी तरफ सुरक्षाबलों का घेरा बढ़ता देख आतंकी सियोजधार के रास्ते अस्सर होते हुए जिला डोडा की तरफ निकल गए।