पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या (PCS officer Jyoti Maurya) और उनके पति आलोक मौर्या (Alok Maurya) के बीच विवाद का असर अब दूसरी महिलाओं के जीवन पर पढ़ने लगा है। कुछ बनने का सपना देख रही इन महिलाओं के भविष्य पर अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
कन्नौज। पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या (PCS officer Jyoti Maurya) और उनके पति आलोक मौर्या (Alok Maurya) के बीच विवाद का असर अब दूसरी महिलाओं के जीवन पर पढ़ने लगा है। कुछ बनने का सपना देख रही इन महिलाओं के भविष्य पर अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं। दरअसल, पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या का मामला सामने आने के बाद कई महिलाओं की पढ़ाई रुकवा दी गयी, जबकि प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive exams) की तैयारी कर रही कई महिलाओं को उनके पतियों ने वापस बुला लिया। वहीं, इस मामले का बुरा प्रभाव कन्नौज की एक महिला भी पड़ा है।
दरअसल, इस मामले के सामने के बाद यूपी के कन्नौज की रहने वाली दीक्षा की पढ़ाई उसके पति विजय सिंह ने यह कहकर रुकवा दी कि वह एक और ज्योति मौर्या नहीं बनने देगा। जब महिला ने विरोध किया तो पति ने उसकी पटाई भी की। जिसके बाद पीड़िता ने आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए सामाजिक कल्याण मंत्री असीम अरुण (Social Welfare Minister Aseem Arun) से मिलकर गुहार लगाई है। मंत्री के जनता दरबार में दीक्षा ने बताया कि उसने बीएससी (B.Sc.) की पढ़ाई कर ली है और बीएड (B.Ed.) करना चाहती है। उसने फॉर्म भी भरा था, लेकिन जब वह प्रवेश पत्र (Admit card) लेने के पति ने उसे रोक दिया। विरोध करने पर मारपीट (Beating) की और गालियां (cursing) दी। इतना ही नहीं उसका मोबाइल भी छीन लिया गया।
कन्नौज के दलेलपुर गांव की रहने वाली दीक्षा की शादी 3 महीने पहले ही नारायण गांव के विजय सिंह से हुई थी। पीड़िता ने बताया कि जब वह प्रवेश पात्र लेने के लिए जा रही थी तो पति ने उसके साथ मारपीट की और कहा कि पैर की जूती बनाऊंगा, ज्योति मौर्या (Jyoti Maurya) नहीं बनने दूंगा।’ उसने बताया कि उसकी पढ़ाई का पूरा खर्च माता-पिता उठा रहे हैं। पति ने कोई मदद नहीं की है। फिर भी वह उसकी पढ़ाई की विरोध कर रहा है।