कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने गिग वर्कर्स के लिए बड़ा फैसला लिया है। इनके लिए कांग्रेस सरकार एक अध्यादेश लेकर आई है, जो इनको अधिकार, सुरक्षा और सम्मान देता है। इसको लेकर राहुल गांधी ने कहा, ये वर्कर्स दिन-रात हमारे लिए खाना, ज़रूरी सामान और सेवाएं पहुंचाते हैं-गर्मी, सर्दी और बारिश तक की परवाह नहीं करते।
नई दिल्ली। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने गिग वर्कर्स के लिए बड़ा फैसला लिया है। इनके लिए कांग्रेस सरकार एक अध्यादेश लेकर आई है, जो इनको अधिकार, सुरक्षा और सम्मान देता है। इसको लेकर राहुल गांधी ने कहा, ये वर्कर्स दिन-रात हमारे लिए खाना, ज़रूरी सामान और सेवाएं पहुंचाते हैं-गर्मी, सर्दी और बारिश तक की परवाह नहीं करते।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर इसको लेकर पोस्ट शेयर की है। उन्होंने लिखा कि, “रेटिंग नहीं, हक़ चाहिए”, “इंसान हैं हम, ग़ुलाम नहीं”…भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जब मैं गिग वर्कर्स से मिला, तो ये शब्द मेरे दिल में उतर गए। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है-एक ऐसा अध्यादेश लाया है जो गिग वर्कर्स को अधिकार, सुरक्षा और सम्मान देता है।
उन्होंने आगे लिखा, ये वर्कर्स दिन-रात हमारे लिए खाना, ज़रूरी सामान और सेवाएं पहुंचाते हैं – गर्मी, सर्दी और बारिश तक की परवाह नहीं करते। लेकिन अक्सर उन्हें बिना किसी वजह ऐप से हटा दिया जाता है, बीमार होने पर छुट्टी नहीं मिलती, और उनकी मेहनत की कमाई एक गुप्त algorithm से तय होती है। अब यह अन्याय खत्म होगा।
इस नए कानून से सुनिश्चित होगा: सामाजिक सुरक्षा, न्यायसंगत कॉन्ट्रैक्ट, वेतन निर्धारण में पारदर्शिता और मनमानी ऐप ब्लॉकिंग का अंत…Technology से तरक्की भी होनी चाहिए और इंसाफ़ भी मिलना चाहिए। राजस्थान ने शुरुआत की। कर्नाटक ने रास्ता दिखाया। अब तेलंगाना की बारी है। राहुल गांधी ने आगे लिखा, गिग और प्लेटफ़ॉर्म आधारित काम से नए अवसर बन रहे हैं और कामकाज के रिश्तों में बड़ा बदलाव आ रहा है। इस बदलाव के केंद्र में मज़दूरों के अधिकार होने चाहिए। यही हमारा विज़न है और हम इसे हर राज्य और पूरे देश में लेकर जाएंगे।