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‘ईद की नमाज सड़क पर नहीं होनी चाहिए…’ मौलाना ने ईदगाहों और मस्जिदों के इमामों से की अपील

Eid-ul-Fitr Namaz Controversy: सऊदी अरब में 29 मार्च को ईद का चांद दिखाई पड़ा था, ऐसे में वहां पर आज यानी 30 मार्च को ईद-उल-फ़ितर का त्योहार मनाया जा रही है। भारत में 30 मार्च को चांद दिखने की उम्मीद है और 31 मार्च ईद मनायी जाएगी। लेकिन, इससे पहले ईद की नमाज को लेकर यूपी में विवाद छिड़ा हुआ है। 

By Abhimanyu 
Updated Date

Eid-ul-Fitr Namaz Controversy: सऊदी अरब में 29 मार्च को ईद का चांद दिखाई पड़ा था, ऐसे में वहां पर आज यानी 30 मार्च को ईद-उल-फ़ितर का त्योहार मनाया जा रही है। भारत में 30 मार्च को चांद दिखने की उम्मीद है और 31 मार्च ईद मनायी जाएगी। लेकिन, इससे पहले ईद की नमाज को लेकर यूपी में विवाद छिड़ा हुआ है।

पढ़ें :- Video: संभल में ईद के बाद नमाजियों पर हुई पुष्पवर्षा, भाईचारे और एकता को बढ़ावा देने का संदेश

दरअसल, यूपी के संभल में प्रशासन ने ईद की नमाज को सड़क पर पढ़ने को लेकर पाबंदी लगायी है। जिसको लेकर मुस्लिम धर्म गुरुओं के अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। एक तरफ जहां बरेली में इत्तेहाद-एमिल्लत कौंसिल (IMC) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां इस फैसले का विरोध किया है तो दूसरी तरफ ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी इसका समर्थन करते नजर आ रहे हैं। मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने एक वीडियो संदेश जारी कर ईदगाहों और मस्जिदों के इमामों से अपील की है कि ईद पर नमाज सड़क पर न पड़ी जाए।

मौलाना ने कहा, ‘सबसे पहले मैं देश के सभी नागरिकों को ईद-उल-फितर की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। मैं विशेष रूप से ईदगाहों और मस्जिदों के इमामों से आग्रह करता हूं कि वे ईद की नमाज़ को बहुत सावधानी से और सुंदर तरीके से आयोजित करें, सुनिश्चित करें कि ईद की तैयारियां अच्छी तरह से हों ताकि नमाज़ सबसे अच्छे तरीके से अदा की जा सके। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि नमाज़ सड़क पर नहीं होनी चाहिए। सड़कों पर नमाज़ नहीं पढ़ी जानी चाहिए।’


इससे पहले मौलाना तौकीर रजा (Maulana Tauqeer)  ने कहा था कि सड़क पर नमाज नहीं होती है। ईद और जुमे की नमाज मस्जिद में ही होती है। जमात के साथ होती है। अगर मुस्जिद में जगह नहीं बची। फुल हो गई है तो सड़क पर नमाज पढ़ने के लिए दो या पांच मिनट के लिए मैं खड़ा भी हो गया तो यह मेरा देश है। मैं कहीं पर ही खड़े होकर नमाज पढ़ूंगा। मुझे नमाज पढ़ने से कोई रोक नहीं सकता।

तौकीर रजा ने आगे कहा कि हम तुम्हें पूजा करने से नहीं रोकते। तुम्हारे रास्ते की रुकावट नहीं बनते हैं तो हमारे मजहबी मामलों में दखल करोगे तो अब इसका जवाब दिया जाएगा। हमें नमाज पढ़ने से नहीं रोका जा सकता। अब मस्जिदों पर बुलडोजर नहीं चला सकते। उन्होंने कहा कि जो भी अब तक हुआ है, वो सरासर बेईमानी और गलत था। उन्होंने कहा कि आत्ममंथन करो तो मुगलों ने जो किया है और आज जो हो रहा है, उसमें कितना अंतर है? अगर मुगलों ने गलत किया है तो यह साबित करो जो आज हो रहा है, वह सही है।

मौलाना ने कहा कि नए जोश के साथ फिरकापरस्ती के खिलाफ लड़ेंगे। मुख्यमंत्री योगी भी कहेंगे कि अगर वह धर्म में विश्वास रखते हैं, अगर सच्चे हिंदू हैं, ईश्वर के नाम पर जो शपथ ली है, उसका लिहाज करें।

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