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भारत ने पाक को सुनाई खरी-खरी, कहा-पहले PoK खाली करे तभी होगी द्विपक्षीय वार्ता, तीसरे दखल न मंजूर

भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच सीजफायर के बाद भारत ने दो टूक लहजे में पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan)  को एक बार फिर सख्त संदेश दिया है। कहा कि पहले उसे पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) खाली करना होगा, तभी द्विपक्षीय बातचीत शुरू हो सकेगी और सभी मामले हल हो सकेंगे।

By संतोष सिंह 
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नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच सीजफायर के बाद भारत ने दो टूक लहजे में पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan)  को एक बार फिर सख्त संदेश दिया है। कहा कि पहले उसे पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) खाली करना होगा, तभी द्विपक्षीय बातचीत शुरू हो सकेगी और सभी मामले हल हो सकेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल (Foreign Ministry spokesperson Randhir Jaiswal) ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में कहा कि लंबे समय से हमारा रुख यही है कि कश्मीर मुद्दे को भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय रूप से सुलझाया जाना चाहिए; यह रुख नहीं बदला है। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि कश्मीर मुद्दे पर तीसरा पक्ष हमें मंजूर नहीं है।

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जायसवाल ने दो टूक लहजे में कहा कि कश्मीर पर इस्लामाबाद के साथ एकमात्र मुद्दा पाकिस्तान (Pakistan)  द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्रों को भारत को वापस करना है। जायसवाल ने यह भी बताया कि पाक एयरबेस तबाह होने के बाद ही उसके सुर बदले। उन्होंने कहा कि 10 मई को भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच हुई बातचीत के बाद ही सीजफायर करने पर सहमति बनी थी। उन्होंने बताया कि उसी दिन दोपहर 12.37 बजे पाकिस्तान (Pakistan)  की तरफ से अनुरोध किया गया था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चूंकि तकनीकि कारणों से उस वक्त हॉटलाइल पर दोनों डीजीएमओ (DGMO) के बीच संपर्क नहीं हो पाया था, इसलिए 15.35 बजे दोनों के बीच फिर कॉल हो पाई।

सीजफायर की बातचीत में व्यापार की जिक्र नहीं

उन्होंने बताया कि उसी दिन सुबह में पाकिस्तान (Pakistan) के एयरबेस हवाई हमले में तबाह किए गए थे। जायसवाल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) के उस दावे को भी खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि सीजफायर के लिए व्यापार की जिक्र किया गया था। उन्होंने दो टूक कहा कि अमेरिकी नेताओं के साथ बातचीत में ट्रेड को लेकर कोई जिक्र नहीं हुआ था।

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गौरतलब है कि ट्रम्प ने कल व्हाइट हाउस (White House) में एक संवाददाता सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को हुई संघर्ष विराम की घोषणा के बारे में दावा किया था, कि हमने बहुत मदद की। हमने व्यापार से मदद की। हमने कहा कि हम आपके साथ बहुत सारा व्यापार करते हैं, इसे (लड़ाई) बंद करें। अगर आप रुकेंगे, तो हम व्यापार करेंगे, अगर नहीं रुकेंगे, तो हम व्यापार नहीं करेंगे। व्यापार खत्म करने की बात आते ही वे तुरंत संघर्ष रोकने को तैयार हो गये।

पाक को अभी नहीं देंगे पानी

जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान ने उद्योग की तरह आतंकवाद को पोषित किया है। उन्होंने कहा, भारत ने उन आतंकवादी ढांचों को नष्ट किया जो न केवल भारतीयों की, बल्कि दुनिया भर में कई अन्य निर्दोष लोगों की मौत के लिए भी जिम्मेदार थे। विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने साफ किया कि भारत सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को तब तक स्थगित रखेगा जब तक पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं कर देता।

TRF के बारे में UNSC को देंगे और सबूत

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अभी पाकिस्तान (Pakistan) को पानी नहीं देंगे। विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump)  द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु हमले की अटकलें लगाए जाने पर कहा कि हमारी सैन्य कार्रवाई पूरी तरह से पारंपरिक हथियारों तक सीमित थी। उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन टीआरएफ (TRF) के बारे में UNSC को और सबूत देंगे। जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan)  हारकर भी जश्न मनाता है और हारकर भी ढोल बजाने का उसका पुराना रवैया रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत के ठिकानों पर हमलों का झूठ फैलाया।

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