HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Monsoon Session 2024 : अखिलेश यादव , बोले- जब से यह सरकार आई है, रेल एक्सीडेंट और पेपर लीक में शुरू हो गई है प्रतिस्पर्धा

Monsoon Session 2024 : अखिलेश यादव , बोले- जब से यह सरकार आई है, रेल एक्सीडेंट और पेपर लीक में शुरू हो गई है प्रतिस्पर्धा

संसद के मॉनसून सत्र (Monsoon Session) में समाजवादी पार्टी के  कन्नौज सांसद अखिलेश यादव (Kannauj MP Akhilesh Yadav) ने कहा कि आज हर परिवार बच्चे की शिक्षा और बुजुर्गों की दवा की चुनौतियों से परिचित है। यादव ने कहा कि बजट में बेरोजगारी दूर करने और युवाओं तथा गांवों को राहत पहुंचाने पर ध्यान नहीं दिया गया।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र (Monsoon Session) में समाजवादी पार्टी के  कन्नौज सांसद अखिलेश यादव (Kannauj MP Akhilesh Yadav) ने कहा कि आज हर परिवार बच्चे की शिक्षा और बुजुर्गों की दवा की चुनौतियों से परिचित है। यादव ने कहा कि बजट में बेरोजगारी दूर करने और युवाओं तथा गांवों को राहत पहुंचाने पर ध्यान नहीं दिया गया।

पढ़ें :- अखिलेश यादव के बयान पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने किया पलटवार, कहा-ऐसे बयान के लिए मांगे सार्वजनिक रूप से क्षमा

भूख सूचकांक में कहां खड़ा है भारत ?

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)  ने राजकोष द्वारा किए गए विकास कार्यों को गिनाने वाले भाषणों की ओर इशारा करते हुए पूछा कि भूख सूचकांक में भारत कहां खड़ा है? उन्होंने अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश में बन रहे नए संस्थानों के बारे में भी राजकोष से सवाल किया। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने लोकसभा में बजट पर कहा कि 11वें बजट के बाद भी नाउम्मीदगी दिखाई दे रही है। सरकार बनने के बाद जो चेहरों पर खुशी होनी चाहिए, उतनी खुशी नहीं दिखाई दी। युवाओं, युवाओं और गांव और रोजगार के लिए उनकी तकलीफ का मुद्दा 9, 2, 11 दिखाई दे रहा है। बच्चों को पढ़ाना और घर के बड़े बुजुर्गों की दवाई से लेकर मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। ये बाते परिवार वाले बखूबी जानते हैं। आपने बड़ा सपना दिखाया मेक इन इंडिया (Make in India) । यूपी से सबसे ज्यादा लोकसभा के सांसद चुने जाते हैं। हमें कोई बहुत बड़ा प्रोजोक्ट नहीं मिला। प्रधानमंत्री जी  10 साल में कोई आईआईएम मिला हो, कोई आईआईटी मिली हो तो बताएं ।

ट्रेन दुर्घटना के लिए सरकार कुछ करें और ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो

झारखंड में ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि लगता ये है कि सरकार हर चीज में रिकॉर्ड बनाना चाहती है। अभी कुछ दिन पहले पेपर लीक रिकॉर्ड चल रहा था। लगता है उसी तरह ट्रेन दुर्घटना का भी रिकॉर्ड बनने जा रहा है। उनके पास इतना बड़ा बजट है फिर भी दुर्घटना क्यों हो रही हैं? लोगों को सुविधाएं क्यों नहीं मिल रही हैं। आज की घटना में जिन लोगों की जान गई उनके लिए सरकार कुछ करें और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो उसके लिए कोई पुख्ता इंतजाम करें।

पढ़ें :- भाषा से पहचानिए असली सन्त-महन्त, साधु वेष में घूमते जग में धूर्त अनन्त : अखिलेश यादव

हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों नतीजों पर  अखिलेश यादव ने कहा कि अगर देश दस साल पहले की स्थिति में होता तो क्या सत्ताधारी दल को भी वही नतीजे मिलते? यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की जीत का अंतर भी कम हुआ है। राजकोष से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और देश में दूरसंचार विनिर्माण के बारे में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए यादव ने कहा कि विनिर्माण के लिए समाजवादी पार्टी की औद्योगिक नीतियों ने प्रावधान किया था, न कि मौजूदा सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ नीतियों ने।

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को हरिद्वार तक बढ़ाया जाना चाहिए

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उत्तर प्रदेश में विकास पहलों के बारे में सत्तापक्ष से सवाल पूछे। एफडीआई के मामले में, यादव ने पूछा कि क्या यूपी को देश में प्राप्त कुल एफडीआई का 1 फीसदी से अधिक प्राप्त हुआ है। इसके अलावा यादव ने केंद्र सरकार द्वारा राज्य में नए एक्सप्रेसवे बनाने के लिए धन आवंटित न करने की शिकायत भी की। कन्नौज के सांसद ने हाल ही में उद्घाटन किए गए चार लेन वाले एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बारे में भी चिंता व्यक्त की, जो बिना मरम्मत के पड़ा हुआ है और उसे वित्त पोषित नहीं किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि एक्सप्रेसवे को हरिद्वार तक बढ़ाया जाना चाहिए।

महंगाई और मुनाफा इस सरकार ने पिछले 10 साल में डीएपी की बोरी को और छोटा कर दिया

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि आपने तो पारले जी बिस्किट से एक ही चीज सीखी है, महंगाई और मुनाफा इस सरकार ने पिछले 10 साल में डीएपी की बोरी को और छोटा कर दिया। जब किसान डीएपी (DAP)लेने गया तो कहा कि बिना नैनो यूरिया (Nano Urea) को ये नहीं मिलेगा। जिस समय लद्दाख और चीन को लेकर सवाल उठा था, उस समय राजनीतिक दलों से सुझाव मांगे गए थे। उस समय सुझाव था कि लिपुलेख से लेकर ग्वालियर तक 6 लाइन की हाइवे बननी चाहिए। जब जरूरी होगा तब सेना जल्दी से मूव कर सकती है। जो सरकार मंचों से ये कहती थी हम किसानों की आय दोगुनी कर देंगे। आज तो 11 साल हो गए सरकार को क्या किसान की आय दोगुनी हो गई क्या। आप कहते हैं कि आप एमएसपी (MSP) दे रहे हैं तो आप कानूनी गारंटी क्यों नहीं दे रहे हैं।

पढ़ें :- देश में एक साथ चुनाव कराए जाने पर अखिलेश ने ली चुटकी, बोले-'वन नेशन, वन इलेक्शन, वन डोनेशन' बीजेपी की बड़ी साजिश

पीएम एयरफोर्स का सबसे बड़ा हवाई जहाज हरक्यूलस विमान लेकर जिस एक्सप्रेस पर उतरे थे वे समाजवादियों की देन थी

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि टेलीफोन बन नहीं रहे हैं, वो सपा के समय नोएडा में जो औद्योगिक नीति थी वो उसके तहत आई थी। उस समय वो पॉलिसी के तहत आई, वो बन नहीं रहा है, मेक इन इंडिया नहीं हो रहा है। जमीन किसने दी थी आपको, बिना जमीन पर हवा में बना दो तो मैं धन्यवाद दूंगा।  तोड़ फोड़ करके ये सरकार बनाते हैं। अभी एक सदस्य पिछली बार तोड़ फोड़कर शायरी भी बनाने लगे। जिस प्रोजेक्ट के लिए पीएम एयरफोर्स का सबसे बड़ा हवाई जहाज हरक्यूलस विमान लेकर आए थे वो सड़क पर उतरे थे। वो जो एक्सप्रेस वे है किसी ने बनाया था वो समाजवादियों की देन थी। इस बजट में सरकार चालान के लिए पैकेज दिया है हमें कोई तकलीफ नहीं है। आप उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को क्यों नहीं जोड़ रहे हैं, केवल आप 25 किलोमीटर जोड़ देंगे तो दूसरे काम को अपना जो बनाते हैं आप ये कह पाएंगे कि दिल्ली से लेकर आपने भागलपुर तक एक्सप्रेस वे दिया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि वो झूठ बोल रहा था मैं बड़े सलीके से एतबार न करता तो क्या करता? 
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि वो झूठ बोल रहा था मैं बड़े सलीके से एतबार न करता तो क्या करता?  उन्होंने कहा कि कुछ हद तक तो बहुत सी चीजों निजीकरण का शिकार हो गईं। नौकरियां कम होती गईं। पीडीए परिवार के लोगों को जो हक और सम्मान मिलता है क्या वो सरकार दे पा रही है। आखिर निर्यात क्यों कम होता चला जा रहा है। व्यापार घाटे को कैसे खत्म करेंगे। 10 साल में अगर वहीं के वहीं खड़े हैं, परिणाम जो रिजल्ट आए हैं यूपी के उसमें दिखाई दे रहा है कि आपने कितना काम किया है। अगर सबकुछ अच्छा किया होता तो क्या परिणाम ऐसे आते, हारे ही नहीं हैं आप सीटें कम नहीं हुई हैं, देश के पीएम भी वोट से हारे है। जो 5 से जीते या 10 का टार्गेट बनाया, कितने से जीते तो कम से कम इन चीजों को तो देखें।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...