मध्य प्रदेश के धार जिले (Dhar District) की पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया (Pithampur Industrial Area) में एक फैक्टरी में भीषण आग लग गई है। यह आग सुबह सात बजे से लगी और तभी से इस पर काबू पाये जाने का प्रयास किया जा रहा है। जिस फैक्टरी में आग लगी है, वह पाइप फैक्ट्री है।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के धार जिले (Dhar District) की पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया (Pithampur Industrial Area) में एक फैक्टरी में भीषण आग लग गई है। यह आग सुबह सात बजे से लगी और तभी से इस पर काबू पाये जाने का प्रयास किया जा रहा है। जिस फैक्टरी में आग लगी है, वह पाइप फैक्ट्री है। ऐसे में यहां बड़ी संख्या में पाइप रखे हुए थे, जिससे आग ने विकराल रूप धारण कर लिया है। आग कितनी भयानक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि धुंआ 10 किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहा है। 12 से अधिक दमकलें आग पर काबू पाने में जुटी हुईं हैं। इसके अलावा रेत और फोम का इस्तेमाल कर भी आग बुझाई जा रही है।
सबसे बड़ी राहत, फैक्टरी में कर्मचारी नहीं
जानकारी के अनुसार यह आग सिग्नेट पीवीसी फैक्टरी (Signet PVC Factory) में लगी है। यहां कर्मचारियों की शिफ्ट सुबह आठ बजे शुरू होती है। इससे सुबह सात बजे के करीब आग लग गई। इसलिए हादसे के समय फैक्टरी कोई मौजूद नहीं था।
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रेत से भी बुझाई जा रही आग
जानकारी के अनुसार मौके पर तीनों थानों का पुलिस बल मौजूद है। धार, पीथमपुर, इंदौर और बदनावर से दमकल की गाड़ियों को बुलवाया गया। लेकिन, विकराल रूप से फैली आग काबू में नहीं आई। एयरपोर्ट अथॉरिटी (Airport Authority) की फायर ब्रिगेड (Fire Brigade) भी आग बुझाने में जुटी हुई हैं। इसके बाद रेत से आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया गया। इसके लिए डंपरों से रेत मंगाई गई है।
पाइप निकाले जा रहे बाहर
बताया जा रहा है कि फैक्टरी के अंदर जो प्लास्टिक के पाइप रखे हैं वह खेती किसानी के काम आते हैं। इन पाइपों को बाहर निकाला जा रहा है। इसके माल सुरक्षित रह सके और आग आगे न फैले।
सरकार और प्रशासन सक्रिय : मंत्री कैलाश विजयवर्गीय
मोहन यादव (Mohan Yadav) सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Minister Kailash Vijayvargiya) ने भी मामले की जानकारी दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए कहा कि धार जिले के पीथमपुर की एक कंपनी में भीषण आग लगने का दुखद समाचार है। सूचना मिलने पर इंदौर से त्वरित पांच फोम से भरी गाड़िया और पानी के टैंकर भेज दिए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर और भी सहायता भेजी जाएगी। सरकार और प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है।