आज नवरात्रि का दूसरा दिन है। नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरुप की पूजा की जाती है। मां ब्रह्मचारिणी का स्मरण करने से एकाग्रता और स्थिरता आती है। साथ ही बुद्धि, विवेक और धैर्य़ में वृद्धि होती है।
आज नवरात्रि का दूसरा दिन है। नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरुप की पूजा की जाती है। मां ब्रह्मचारिणी का स्मरण करने से एकाग्रता और स्थिरता आती है। साथ ही बुद्धि, विवेक और धैर्य़ में वृद्धि होती है।
मां ब्रह्माचारिणी को चीनी औऱ मिश्री बहुत प्रिय है। इसके अलावा मां ब्रह्माचारिणी को दूध और दूध से बनी चीजें भी पसंद है। इसलिए आप मां को उनका प्रिय भोग लगाकर प्रसन्न कर सकती है। मां ब्रह्मचारिणी को मिश्री के साथ पंचामृत का भोग लगा सकती है। तो चलिए जानते हैं पंचामृत बनाने का तरीका।
पंचामृत बनाने के लिए ये है जरुरी सामग्री
दूध – 1/2 कप
दही (दही) – 1/4 कप
शहद – 2 बड़े चम्मच
घी (स्पष्ट मक्खन) – 1 बड़ा चम्मच
चीनी – 2 बड़े चम्मच
केसर के धागे – 8-10
कटे हुए मेवे (काजू, बादाम, किशमिश) – 2 बड़े चम्मच
पंचामृत बनाने का ये है आसान सा तरीका
पंचामृत बनाने से पहले एक बड़ा चम्मच दूध गर्म करें और उसमें केसर के धागे भिगो दें। इसे कुछ मिनट तक ऐसे ही रहने दें जब तक कि दूध केसर का रंग और सुगंध न ले लें। अब एक बाउल में बचा हुआ दूध और दही मिला लें, इसे एक साथ मिलने तक अच्छी तरह मिलाएं।
दूध-दही के मिश्रण में शहद और चीनी मिलाएं और इसे तब तक हिलाएं जब तक शहद और चीनी पूरी तरह से घुल न जाएं। घी को पिघलाकर मिश्रण में मिला दीजिए और अच्छे से ब्लेंड करें। इसमें केसर वाला दूध डालें, धीरे-धीरे हिलाते हुए मिलाएं। पंचामृत के मिश्रण में कटे हुए मेवे मिलाएं, इसमें गंगाजल और तुलसी के पत्ते डालकर मां ब्रह्मचारिणी को भोग लगाएं।