उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के प्रयास से उत्तर रेलवे के 121 गेट जो सड़क यातायात के लिए बंद थे। उसे मुख्य अभियंता नई दिल्ली ने खोलने का आदेश जारी कर दिया है। जिसमें 89 गेट लखनऊ मंडल के है।
लखनऊ। उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के प्रयास से उत्तर रेलवे के 121 गेट जो सड़क यातायात के लिए बंद थे। उसे मुख्य अभियंता नई दिल्ली ने खोलने का आदेश जारी कर दिया है। जिसमें 89 गेट लखनऊ मंडल के है।
उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन सुलतानपुर शाखा के शाखामंत्री पंकज दुबे ने इस मुद्दे को अपने मंडल नेतृत्व के समक्ष उठाया गया। जिस पर मंडलमंत्री अवधेश दूबे एवं मंडल अध्यक्ष आर पी राव ने संज्ञान लेते हुए प्रशासन से बात किया। रेल प्रशासन ने मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए पूरे जोन के 121 गेटों को सड़क यातायात के लिए खोल दिया, जिसमें सुलतानपुर उपमंडल के 31 गेट शामिल हैं।
Change in normal aspect from CTRT to OTRT
ये गेट हमेशा बंद स्थिति में रहते थे जब कोई वाहन आते थे तो गेटमैन द्वारा स्टेशन मास्टर से प्राइवेट नम्बर आदान-प्रदान करके ही गेट खोलते थे। बहुत बार सेक्शन में गाड़ियों का हवाला देते हुए घंटों तक स्टेशन मास्टर द्वारा गेट को नहीं खुलवाया जाता था जिसके कारण आम जनता एवं गेटमैन के बीच नोंक-झोंक होती रहती थी। कई बार गेटमैन के साथ गाली गलौज एवं मार-पीट भी हो जाती थी। आम यात्री के डर से यदि गेटमैन सड़क वाहन को निकालने के लिए स्टेशन मास्टर के अनुमति के बिना गेट को खोल देने पर रेलवे प्रशासन द्वारा उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाता था।
गेटों को सड़क यातायात के लिए खोलने से सभी गेटमैनों ने राहत का सांस लिया है और उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन को धन्यवाद दिया है।