यूपी (UP) में आगामी लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के चलते सभी पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई है। इसी बीच बयानबाजी का भी दौर जारी है। इन सबके बीच सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suhaldev Bharatiya Samaj Party) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) का गुरुवार को बड़ा बयान सामने आया है।
UP Politics : यूपी (UP) में आगामी लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के चलते सभी पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई है। इसी बीच बयानबाजी का भी दौर जारी है। इन सबके बीच सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suhaldev Bharatiya Samaj Party) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) का गुरुवार को बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि यदि राजपाठ नहीं मिला तो मैं होली नहीं मनाऊंगा। राजभर ने कहा कहा भर जाति का राज पाठ होली के दिन ही गया था, इसलिए मैं होली नहीं मनाऊंगा।
एक समाचार चैनल ने ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) से मंत्री पद को लेकर सवाल किया, राजभर ने कहा कि आप देखते जाइए क्या होता है? हम तो होली मनाते नहीं है, क्योंकि हमने इतिहास पढ़ा है कि भर जाति का राजपाट होली के दिन ही छीना गया था। जब इस देश में 585 राजा होते थे, तो देश में 165 अकेले भर जाति के राजा थे। ये इतना मस्त हो गए कि होली के दिन खिला पिलाकर राजपाट छीन लिया गया। इसलिए जब तक मैं राजपाट नहीं ले लेता हूं, तब तक मैं होली नहीं मनाऊंगा।
जुलाई, 2023 में NDA में शामिल हुए थे राजभर
बता दें कि ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) बीते साल जुलाई, 2023 में एनडीए (NDA) में शामिल हुए थे, राजभर को एनडीए (NDA) में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने शामिल करवाया था। इसके बाद लगातार राजभर दावा करते हुए दिखायी दिए कि उन्हे मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। लेकिन, अभी तक उन्हे यूपी सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया है। मंत्री न बनाए जाने पर राजभर का दर्द एक बार सामने आया।
राजभर ने कहा कि लोकतंत्र में प्रदेश का राजा मुख्यमंत्री और देश का राजा प्रधानमंत्री होता हैं। हम तो हमेशा से ही वंचितों को जगाने का काम करते रहते हैं। सुभासपा प्रमुख ने इस दौरान राज्यसभा चुनाव में सपा विधायकों द्वारा की गई क्रॉस वोटिंग पर भी तंज कसा और कहा कि “आपने देखा होगा कि उनका (अखिलेश यादव) दाहिना हाथ (मनोज पांडे) भी उधर चले गए। कभी हमने सोचा नहीं था, लेकिन अखिलेश जी ने इशारा कर दिया कि जाओ उधर काम देखो, चले गए सब..वो (अखिेलेश यादव) सिर्फ दिखाने के लिए नाराजगी दिखा रहे हैं। हाथी के दांत खाने के और दिखाने के अलग होते हैं।