तकनीक का विकास जैसे जैसे हो रहा है वैसे वैसे जीवन के हर क्षेत्र में सुविधाएं बढ़ती जा रही हैं। कभी वो भी दौर था जब जेब में पैसे रख कर चलने में खतरा महसूस होता था लेकिन मोबाइल फोन के माध्यम से अब क्यूआर कोड स्कैन करके यूपीआई माध्यम से पेमेंट किया जाता है।
इसके बाद दुकानदार के पास ग्राहक के बैंक खाते की जानकारी रजिस्टर्ड हो जाती है। वैसे पहले यह सुविधा कुछ दुकानों में शुरू की गई थी, लेकिन अब यह सुविधा तेजी से बढ़ रही है।
बायोमेट्रिक स्कैनिंग: इन्फ्रारेड स्कैनर उपयोगकर्ता की हथेली की अनूठी विशेषताओं को कैप्चर करता है, जिसमें त्वचा के नीचे की नसों के पैटर्न और हथेली की छाप शामिल है।
हाई सिक्योरिटी : हथेली के प्रिंट और vein pattern का डेटा Extremely uniqueहै, जिससे यह प्रणाली चेहरे की पहचान जैसी अन्य बायोमेट्रिक विधियों की तुलना में अधिक सुरक्षित और सटीक है।