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विपक्षी दल के लोग मणिपुर पर चर्चा नहीं चाहते थे…पीएम मोदी ने साधा निशाना, कहा-नागरिकों के दुःख-दर्द और पीड़ा की परवाह इनको नहीं

पीएम मोदी ने कहा कि मेरा हमेशा से मानना है कि पूर्वी भारत में देश के विकास का एक मजबूत स्तंभ, एक मजबूत इंजन का पूरा पूरा सामर्थ्य है। वहां प्राकृतिक संसाधनों की भरमार है और वहां हमारे तेजस्वी, ऊर्जावान एवं ओजस्वी नागरिकों का भी एक बहुत बड़ा सामर्थ्य है।इसलिए पूर्वी भारत के आप सभी प्रतिनिधियों से मिलना, बात करना अपने आप में बहुत अहम हो जाता है।

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) वीडियो कॉन्फ्रेस के जरिए पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हो रहे भाजपा के पंचायती राज परिषद कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि, आज की इस बैठक से कुछ दिन पहले हरियाणा में स्थानीय स्वराज के प्रतिनिधियों से बातचीत करने का मुझे अवसर मिला था। आज आप सभी प्रतिनिधि पश्चिम बंगाल में जुटे हैं। हकीकत तो ये है कि जब मैं पार्टी के कार्यक्रम में आता हूं, कार्यकर्ताओं से मिलता हूं, तो मुझे हमेशा एक नई प्रेरणा और नया उत्साह मिलता है। क्योंकि लाखों कार्यकर्ता दिन-रात किसी पद की अपेक्षा के बिना मां भारती की जय-जयकार करने के लिए पूरी शक्ति से जुटे हैं, परिवार के परिवार जुटे हैं। इतने त्यागी कार्यकर्ताओं के दर्शन से ही एक नई ऊर्जा और प्रेरणा मिल जाती है।

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पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि मेरा हमेशा से मानना है कि पूर्वी भारत में देश के विकास का एक मजबूत स्तंभ, एक मजबूत इंजन का पूरा पूरा सामर्थ्य है। वहां प्राकृतिक संसाधनों की भरमार है और वहां हमारे तेजस्वी, ऊर्जावान एवं ओजस्वी नागरिकों का भी एक बहुत बड़ा सामर्थ्य है।इसलिए पूर्वी भारत के आप सभी प्रतिनिधियों से मिलना, बात करना अपने आप में बहुत अहम हो जाता है।

इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा हमने संसद में विपक्ष के अविश्वास को भी हराया और negativity का भी जवाब दिया। हालात ये है कि विपक्ष के लोग बीच चर्चा में ही सदन छोड़कर भाग गए। सच्चाई ये थी कि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से डर गया था। वो लोग नहीं चाहते थे कि वोटिंग हो। क्योंकि वोटिंग होती तो घमण्डिया गठबंधन की पोल खुल जाती, कौन किसके साथ है, ये दूध का दूध, पानी का पानी हो जाता।

पीएम (PM Modi) ने कहा कि, विपक्ष के लोग मणिपुर पर चर्चा नहीं चाहते थे, क्योंकि उनको मालूम था कि मणिपुर का सच सबसे ज्यादा उनको चुभने वाला है। उनको मणिपुर के नागरिकों के दुःख-दर्द और पीड़ा की परवाह नहीं थी। सत्र प्रारंभ होने से पहले देश के गृहमंत्री ने इन राजनीतिक दलों को चिट्ठी लिखकर कहा था कि वो तत्काल मणिपुर की चर्चा करना चाहते हैं और अकेले मणिपुर पर विस्तृत चर्चा हो ये जरूरी है। इतने संवेदनशील विषय पर पक्ष-विपक्ष में बात होती तो मणिपुर के लोगों को भी मरहम लगता और समस्या के समाधान के कुछ नए रास्ते भी निकल आते।

टीमएसी पर साधा निशाना
इस दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने तृणमूल कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, हाल ही में वहां पंचायत चुनाव हुए हैं। इन चुनावों में TMC ने कैसा खूनी खेल खेला, ये भी देश ने देखा है। TMC के टोलाबाजों की फौज वोटिंग में ठप्पेबाजी की फौज बन जाती है। सारे गुंडों को कॉन्ट्रैक्ट दिया जाता है कि कितने पोलिंग बूथ को कौन कैप्चर करेगा। उन्होंने कहा कि, ये पश्चिम बंगाल की जनता का प्यार है कि वो भाजपा कार्यकर्ताओं को आशीर्वाद देते रहे हैं और भाजपा प्रत्याशी जीतते जा रहे हैं। लेकिन जब वो जीत जाते हैं तो उन्हें जुलूस नहीं निकालने दिया जाता, कोई जुलूस निकालता है तो उस पर जानलेवा हमले किए जाते हैं। पश्चिम बंगाल में TMC की राजनीति का यही तरीका है।

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