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सवालों के घेरे में पुलिस सुरक्षा: हत्या की स्टाइल से लेकर शूटरों की प्रोफाइल एक जैसी…53 दिन में तीन कत्ल

राजधानी लखनऊ में कोर्ट परिसर के अंदर आज गैंगस्टर संजीव जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। इस वारदात के बाद पुलिस सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए। हत्यारा वकील की ड्रेस में कोर्ट के अंदर पहुंचा और वारदात को अंजाम दिया।

By शिव मौर्या 
Updated Date

Sanjeev Jeeva Case: राजधानी लखनऊ में कोर्ट परिसर के अंदर आज गैंगस्टर संजीव जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। इस वारदात के बाद पुलिस सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए। हत्यारा वकील की ड्रेस में कोर्ट के अंदर पहुंचा और वारदात को अंजाम दिया। इससे पहले 15 अप्रैल को माफिया अतकी अहमद और उसके भाई अशरफ को भी इसी अंदाज में तीन हत्यारों ने गोलियों से छलनी कर दिया था। उस घटना के दौरान भी हत्यारे पत्रकार के वेश में आए थे।

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ये घटना प्रयागराज में काल्विन अस्पताल के बाहर हुइ थी, जब अतीक और अशरफ को पुलिस वाले मेडिकल जांच के लिए काल्विन अस्पताल लेकर पहुंचे थे। इस वारदात में भी तीनों हमलावरों को मौके से पकड़ लिया गया था। अतीक की हत्या के डेढ़ महीने बाद भी पुलिस हमलावरों का मोटिव नहीं जान सकी है। उनके पीछे किसका हाथ था, यह भी नहीं पता चल सका है। तीन हमलवारों का कोई खास आपराधिक इतिहास भी नहीं मिला है।

अतीक अहमद की तरह ही अब लखनऊ में संजीव जीवा को मौत के घाट उतार दिया गया है। संजीव को लखनऊ के कोर्ट परिसर में गोलियां मार दी गईं। संजीव की हत्या के लिए हमलावर वकील के भेष में पहुंचे थे। एक हमलावर को पकड़ लिया गया है। बताया जाता है कि उसके साथ तीन अन्य हमलवार भी थे। पकड़े गए हमलावर की पहचान विजय यादव के रूप में हुई है। शुरूआती जांच में विजय के खिलाफ कोई भी आपराधिक केस दर्ज नहीं पाया गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर उसने संजीव जीवा की हत्या क्यों की?

एसआईटी गठित
गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की बुधवार को कोर्ट परिसर के भीतर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्या की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी गठित करने का आदेश दिया है। तीन सदस्यों की एसआईटी में मोहित अग्रवाल एडीजी टेक्निकल, नीलब्जा चौधरी और प्रवीण कुमार आईजी अयोध्या होंगे। एक सप्ताह में जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।

 

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