बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में प्रथम चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद जन सुराज संस्थापक प्रशांत किशोर (Jan Suraj founder Prashant Kishore) ने शुक्रवार को डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी (Deputy CM Samrat Choudhary) पर तीखा हमला बोला।
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में प्रथम चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद जन सुराज संस्थापक प्रशांत किशोर (Jan Suraj founder Prashant Kishore) ने शुक्रवार को डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी (Deputy CM Samrat Choudhary) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने डिप्टी पर तंज कसते हुए कहा कि जो नेता पूरे बिहार में जीत का दावा कर रहे हैं, उन्हें पहले अपनी सीट तारापुर की फिक्र करनी चाहिए।
किशोर ने चुटकी लेते हुए कहा कि सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) बताएं कि वो तारापुर जीत रहे हैं या हार रहे हैं? इतने बड़े नेता हैं, लेकिन दूसरों की रैलियां कर रहे हैं, अमित शाह(Amit Shah) , राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) जैसी। अगर इतना भरोसा है तो अपने काम के दम पर चुनाव लड़ें।
बढ़े हुए मतदान प्रतिशत पर क्या बोले प्रशांत किशोर वहीं, जन सुराज प्रमुख ने बढ़े हुए मतदान प्रतिशत को जनता के मूड का संकेत बताया। उन्होंने कहा कि इस बार का मतदान आजादी के बाद का सबसे ज्यादा है। मैं महीनों से कह रहा हूं कि 60% से ज्यादा लोग बदलाव चाहते हैं। अब जन सुराज ने उन्हें वो विकल्प दिया है। छठ के बाद भी जो प्रवासी मजदूर यहां रुके, वे इस बार के चुनाव का एक्स फैक्टर हैं।
प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने आत्मविश्वास जताते हुए कहा कि बिहार में इस बार इतिहास लिखा जाएगा, 14 नवंबर को जनता अपने फैसले से नई दिशा तय करेगी। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) के पहले चरण 06 नवंबर के मतदान में सबसे ज्यादा 64.66 प्रतिशत मतदान दर्ज कर राज्य के चुनावी इतिहास में एक नया कीर्तिमान बनाया।
निर्वाचन आयोग (Election Commission) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पहले चरण में 121 विधानसभा क्षेत्रों में हुए मतदान में करीब 3.75 करोड़ मतदाताओं को अपने मताधिकार के प्रयोग का हक हासिल था । यह आंकड़ा 1951 से अब तक हुए सभी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के मुकाबले सबसे ज्यादा है। आयोग ने बताया कि 1951 से 2024 के बीच हुए लोकसभा चुनावों में अब तक का सर्वाधिक मतदान 64.6 प्रतिशत वर्ष 1998 में हुआ था, जबकि विधानसभा चुनावों में 62.57 प्रतिशत मतदान का रिकॉर्ड साल 2000 में बना था।इस बार 64.66 प्रतिशत मतदान के साथ बिहार ने मतदान प्रतिशत का अब तक का सभी रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जो मतदाताओं की बढ़ती जागरूकता और लोकतंत्र के प्रति विश्वास का प्रतीक है।